मिग-27 (लड़ाकू विमान)
* भारतीय वायु सेना के बेड़े में 1985 में शामिल और करगिल का हीरो कहा जाने वाला लड़ाकू विमान मिग-27 भारतीय वायुसेना से रिटायर हो गया
* मिग-27 ने 38 साल तक भारतीय वायुसेना की सेवा की
* राजस्थान के जोधपुर एयरबेस से 27 दिसंबर 2019 को 7 लड़ाकू विमानों ने अपनी आखिरी उड़ान भरी 38 साल पहले 1981 में जोधपुर एयरबेस से ही मिग-27 का सफर शुरू भी हुआ था
* स्क्वाड्रन 29 इकलौती यूनिट है जो मिग-27 के अपग्रेड वैरिएंट का अब तक इस्तेमाल करती आ रही थी
* मिग 27 का 2006 का उन्नत वैरिएंट आखिरी स्क्वाड्रन में अब तक सक्रिय रहा है
* मिग सीरीज के अन्य वैरिएंट, मिग-23 BN और मिग-23 MF और विशुद्ध मिग 27 पहले ही भारतीय वायु सेना से रिटायर हो चुके हैं
* मिग-27 ने लगभग 4 दशक तक आसमान में पराक्रम दिखाया
* वायुसेना में मिग-27 को ‘बहादुर’ नाम से बुलाया जाता था
* लगभग 38 साल बाद जोधपुर बेस पर इसका सफर खत्म हो गया
* करगिल युद्ध के दौरान मिग-27 पाकिस्तानी घुसपैठियों और सैनिकों पर कहर बनकर टूटा था
* हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने रूस से मिले लाइसेंस के आधार पर कुल 165 मिग-27 का निर्माण किया था बाद में इनमें से 86 विमानों का अपग्रेडेशन किया गया
* 1700 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम यह विमान 4000 किलो के हथियार ले जा सकता है
* दुनिया के सिर्फ 5 देश सोवियत संघ, भारत, रूस, यूक्रेन और श्रीलंका के पास मिग-27 विमान थे
* सभी देश इसे फेजआउट कर चुके थे सबसे आखिरी में भारत में इसे फेजआउट किया गया
* रक्षा मंत्रालय की अनुमति के बाद इन विमानों के ढांचे को म्यूजियम में रखा जाएगा
* कम ऊंचाई पर उड़ान भर दुश्मन के रडार को चकमा देकर हमला करने में इसे महारत हासिल थी
* कम ऊंचाई पर भी इसकी रफ्तार इतनी तेज होती थी कि मिराज विमान तक इसे पकड़ नहीं पाते थे
* 2010 में पूरे बेड़े को ग्राउंड पर खड़ा कर इसकी जांच की गई लेकिन हादसों पर अंकुश नहीं लग पाया
* वायुसेना ने 2016 में इन विमानों को बेड़े से हटाने का फैसला कर लिया था लेकिन नए लड़ाकू विमान मिलने में होती देरी के कारण यह नहीं हो सका
* हवा में मुड़ने वाले पंख इस विमान की खासियत थे अन्य किसी फाइटर प्लेन में यह सुविधा नहीं थी
* कॉकपिट से व्यापक दृश्यता के कारण इसे बालकन नाम इसके पायलटों ने दिया था
* उत्कोनोस (प्लैटिपस) नाम मिग27 को रूसी पायलटों ने इसकी नोक की वजह से दिया था दरअसल इस नाम का एक जानवर है जो ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है जिसकी चोंच बत्तख जैसी होती है
* 2010 में सभी मिग-27 की जांच कराई गई, 2016 में थी फेजआउट की योजना
* इस विमान का इंजन आर-29 हमेशा से परेशानी का सबब रहा पिछले दो दशक में हर साल औसतन 2 विमान हादसे का शिकार हुए
* मिग-27 विमानों के फेजआउट होने के साथ ही इसकी स्क्वाड्रन को मार्च में नंबर प्लेट यानी इसका रिकार्ड बंद कर दिया जाएगा
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