पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल ने जानकारी दी कि पाकिस्तान में होने वाले सार्क समिट का न्यौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा. इस्लामाबाद में प्रेस को संबोधित करते हुए फैसल ने कहा कि इमरान खान ने पीएम बनने के बाद अपने पहले वक्तव्य में कहा था कि दोस्ती की तरफ यदि भारत एक कदम बढ़ाएगा तो पाकिस्तान दो कदम आगे बढ़ेगा.
वहीं, केंद्र सरकार के करीबी सूत्रों की मानें तो अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तक पीएम मोदी बेहद व्यस्त हैं और संभवतः वह सार्क में हिस्सा नहीं लेंगे. हालांकि इस सूत्र ने कहा कि भारत ने सभी ऑप्शन खुले रखे हैं.
19वें सार्क शिखर सम्मेलन का आयोजन साल 2016 में पाकिस्तान में किया जाना था, लेकिन भारत समेत बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने इस समिट में हिस्सा नहीं लिया था. बांग्लादेश घरेलू परिस्थितियों का हवाला देते हुए इस सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ था, जिसके बाद ये सम्मेलन रद्द करना पड़ा था. भारत ने उरी हमले के चलते इस सम्मेलन में शामिल होने से इनकार कर दिया था. इस हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था.
इससे पहले पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरीडोर के आधारशिला कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को न्योता दिया था. हालांकि पहले से निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए स्वराज ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा था कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
साल 2016 में सार्क देशों की एक बैठक के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के बाद भारत का कोई भी मंत्री पाकिस्तान नहीं गया है.
No comments:
Post a Comment