Wednesday 28 November 2018

प्याज, टमाटर और अब फूल गोभी

सूखे के हालात से जुझ रहे किसानों के लिए एक और बुरी खबर है. राज्य के मंडियों में चल रही हड़ताल और उपज की उचित कीमत नहीं मिलने से नाराज किसान सड़कों पर उतर आए है. राज्य में कई जगहों पर किसानों ने सड़कों पर माल फेंककर अपनी नाराजगी जताई है. वहीं, कई इलाकों में किसानों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर चक्काजाम भी कर दिया है.
राज्य में थोक बाजार में टमाटर के भाव एक रुपए किलो तक आ गए है. इस वजह से किसानों को फसल का लागत मूल्य तक नसीब नहीं हो पा रहा है. इसके नाराज होकर किसानों ने अपनी फसलों को नष्ट करना शुरू कर दिया है.
मंडियों में भाव निचले स्तर पर पहुंचने की वजह से राज्य के नासिक जिले के सटाणा में टमाटर किसानों ने निराश होकर अपनी फसल को सड़क पर फेंक दिया. राज्य में अभी किसानों को टमाटर की फसल के एक से डेढ़ रुपए प्रति किलो कीमत मिल रही है. पिछले सप्ताह भी कुछ किसानों ने अपनी फसल को मंडी में बेचने की जगह पशुओं को खिला दिया था.
बुधवार को ही राज्य के नासिक शहर में पत्ता गोभी और बंद गोभी के किसानों ने भी इसी तरह अपनी फसल को सड़क पर फेंक दिया. मुंबई में मंडियों की हड़ताल होने और स्थानीय मंडियों में फसल के उचित दाम नहीं मिलने से नाराज किसानों ने मुंबई-नासिक हाइवे पर चक्काजाम कर दिया. इस दौरान किसानों ने अपनी फसल को सड़क पर फेंक दिया.

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