*Economy : Indian Agriculture*
☛ भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है। कृषि क्षेत्र ही देश की कल श्रम शक्ति के लगभग 48.9 प्रतिशत लोगों के लिए रोजगार सृजन करता है, इसलिए इसे भारतीय अर्थव्यवस्था की आधारशिला कहा जाता है।
☛ कृषि, भारतीय अर्थव्यवस्था के प्राथमिक क्षेत्र (Primary Sector) में शामिल है। कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र से तात्पर्य खेती, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं बागवानी आदि से है।
☛ 12वीं पंचवर्षीय योजना में कृषि क्षेत्र का विकास लक्ष्य, 11वीं योजना के समान ही 4 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। 11वीं योजना में कृषि व सम्बद्ध क्षेत्र की औसत वार्षिक वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत थी।
☛ 12वीं पंचवर्षीय योजना के कृषि क्षेत्र की विकास दर 1.6 प्रतिशत ही प्राप्त की जा सकी।
☛ कृषि योग्य भूमि की दृष्टि से विश्व में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद भारत का दूसरा तथा चीन का तीसरा स्थान है।
☛ स्वतंत्रता के समय कृषि का समल घरेलू उत्पाद में हिस्सा 56.46 प्रतिशत था, जो कि वर्ष 2015-16 में घटकर 13.9 प्रतिशत रह गया। सभी सम्बंधित क्रिया-कलापों सहित कृषि क्षेत्र का समल घरेलू उत्पाद में योगदान वर्ष 2014-15 में 17.4 प्रतिशत का है।
☛ देश की लगभग 48.9 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि एवं उससे सम्बद्ध व्यवसाय से जुड़ी है। अतः अन्य व्यवसायों की तुलना में कृषि क्षेत्र आज भी रोजगार की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
☛ विदेशी व्यापार की दृष्टि से भी कृषि का स्थान महत्वपूर्ण है। देश के कुल निर्यात का लगभग 13 प्रतिशत भाग कृषि पदार्थों तथा कृषि से सम्बंधित पदार्थों का होता है।
☛ वर्ष 1990-91 में भारत द्वारा किए गए कुल निर्यात में कृषि उत्पादों का 19.4 प्रतिशत योगदान था, जबकि वर्ष 2011-12 में यह 12.81 प्रतिशत तर्ष 2014-15 में 13 प्रतिशत हो गया है।
☛ काॅफी, चाय, चावल, तेल, काजू, गरम मसाले तथा कपास आदि भारत से निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुएं है। विगत कुछ वर्षों में भारत के कृषि उत्पादों के निर्यात की मात्रा व मूल्य दोनों में वृद्धि हुई है।
☛ भारत में रबी, खरीफ और जायद तीन प्रकार की फसलें बोयी जाती है।
☛ नकदी फसलों के अन्तर्गत देश का 23 प्रतिशत भाग आता है। कृषि उत्पादन के मूल्य में नकदी फसलों का 40 प्रतिशत योगदान है। ............. click
Wednesday, 24 October 2018
Economy : Indian Agriculture
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