पीसीएस असपेरैंट्स भी #VDO का फार्म भर रहे है ।
आइए नजर डालाते है कि एक ग्राम पंचायत सचिव को आख़िर करना क्या होता है।
अधिशाषी अधिकारी का ग्रेड पे थोड़ा ही ज्यादा होता है #vdo से वो भी अगर सब कुछ सही रहा तो जल्दी ही बराबर भी हो सकता है। सब जानते है #अधिशाषी_अधिकारी लोवर पीसीएस की टॉप पोस्ट्स में आती है। इस बार की टॉपर को #अधिशाषी_अधिकारी का पद मिला है।
अधिशाषी अधिकारी का कार्यछेत्र एक नगर पंचायत होती है । vdo के पास औसत रूप से 4 से लेके 6 - 8 तक ग्राम पंचायतें होती है। ( वैसे अगर आप र्ग़े की तैयारी के लिए समय चाहते है तो 2 या 3 गांव का ही चार्ज लेकर कार्य कर सकते है ) कही न कही ग्राम पंचायत सचिव का कार्यक्षेत्र अधिशाषी अधिकारी से ज्यादा होता है।
ग्राम पंचायत सचिव को डीएम , सीडीओ , एसडीएम तक की समीक्षा बैठकों मे जाने का मौका मिलता है ।
खंड विकास अधिकारी और सहायक विहोती है। खंड विकास अधिकारी और एडीओ ( पंचायत ) आपके रिपोर्टिंग अधिकारी होते है।
गांवों में ग्राम सभा की बैठकों में , विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमो में सैकड़ो / हजारों ग्रामीणों को संबोधित करने का अवसर आपके पास होता है।
ग्रामीण सचिव को काफी सम्मान भी देते है। बस आपको जरूरत है अछा कार्य करने की।
गांव की छोटी सी छोटी समस्या नाली , खड़ंजा , इंटरलॉकिंग , सफाई व्यवस्था , शिक्षा , स्कूलो की व्यवस्था , केक सारी स्वास्थ्य विभाग की योजनाएं ,विभिन्न प्रकार की की रिपोसर्ट्स आदि तैयार करना आदि की जिम्मेदारी सचिव की ही होती है। सचिव होता तो है एक विशेष विभाग ग्राम विकास विभाग या पंचायती राज विभाग का है लेकिन सचिव 29 विभागों के कार्य करने होते है।
एक एक ग्राम पंचायत में 20 - 30 लाख से लेके करोङो तक के विकास कार्य एक साल में कराए जाते है।
सारे कार्यो की सीधी जिमेदारी ग्राम पंचायत सचिव और ग्रान प्रधान की संयुक्त रूप से होती है।
ग्राम रोजगार सेवक और सफाई कर्मी आपके हैंड होते है। इसके अतिरिक्त ग्राम प्रधान के सहयोगी भी पेपर वर्क कराने में आपकी हेल्प करते है।
कई सारी समस्याएं भी इस पद पे कार्य करते हुए आती है , ग्राम पंचायतो में गुटबाजी या गांव की भाषा मे पार्टीबन्दी होती है अर्थात एक प्रधान होता है तो एक हारा हुआ प्रधान और उसके समर्थक होते है। उन्हें मैनेज करना टेढ़ी खीर होता है। लगातार आपको जनसुनवाई , तहसील दिवस सीएम हेल्पलाइन आदि की माध्यम से कराए गए विकास कार्यो की शिकायत होती रहती है। इनका निस्तारण करना भी आपको जिम्मेदारी है। इसके अतिरिक्त आप ग्राम पंचायत कार्यलय के जन सूचना अधिकारी होते है आपको ही RTI का जबाब भी देना होता है। जबाब न देने की स्थिति में आपको राज्य सूचना आयोग तक जबाब देने जाना पड़ता है ।
विधायको , उच्चाधिकारियों यहाँ तक कि सांसदों तक का दबाव आपको झेलना पड़ सकता है।
ग्राम सभा की बैठको आदि में कई बार गांव में प्रधान और विपक्ष लड़ाई झगड़े पर भी उतर आते है हालांकि आपको बैठक से पहाले पुलिस प्रशाशन को सूचना दे देने से सुरक्षा भी उपलब्ध कराई जाती है।
हालांकि इन छोटी छोटी समस्याओं से अगर आप डर रहे है तो पीसीएस की तैयारी ही छोड़ दीजिए।
#कुछ_कर_दिखाना_है
मेरा विचार है कि अगर आप कुछ अच्छा करना चाहते है समाज के लिए देश के लिए तो लोवर पीसीएस या पीसीएस की कई पोस्ट्स आपको ऐसा मौका नही देती जितना vdo या ग्राम पंचायत सचिव का पद देता है। क्योंकि यह पद ऐसा है जिमसें आप सीधे पात्रों की मदद कर सकते है। साथ ही ग्राम विकास करा सकते है।
चुनौतियां तो है ही लेकिन आपके पास कुछ अच्छा कर दिखाने का मौका भी है |
अब भी कोई #जिज्ञासा मन मे हो तो कमेन्ट बाकश में पूछ सकते है।
#दन्यवाद
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