इंडोनेशिया में हाल ही में दुर्घटनाग्रस्त हुए लॉयन एयर के विमान के पायलटों ने विमान को काबू में करने की काफी कोशिश की थी क्योंकि विमान की ऑटोमेटिक सिक्युरिटी सिस्टम उसे लगातार नीचे लेकर जा रहा था. विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा से यह बात सामने आई है. इंडोनेशिया के अधिकारियों ने पिछले महीने हुई दुर्घटना की शुरुआती जांच रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सेंसर से गलत सूचना मिलने के कारण विमान दुर्घटना हुई. बोइंग 737 एमएएक्स 8 जावा समुद्र में 29 अक्टूबर को गिर गया था, जिससे इसमें सवार सभी 189 लोग मारे गए थे.
बता दें कि बोइंग 737 मैक्स 8 जावा सागर में 29 अक्टूबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें एक भारतीय पायलट भव्य सुनेजा सहित 189 लोगों की जान चली गई थी. एविएशन और सैटेलाइट मामलों के एक्सपर्ट व पूर्व बोइंग इंजीनियर पीटर लेम ने बताया कि बोइंग 737 जेटलाइनर में एक ऑटोमेटेड सिस्टम लगा है जो कि खुद-ब-खुद विमान को नीचे की ओर झुका देता है अगर उसे लगता है कि यह एयरोडायनमिक मोड में जा सकता है.
घटना वाले दिन यही हुआ जिसको पायलट ने मैनुअल तरीके से नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन हर पांच सेकेंड बाद उन्हें मैनुअल तरीके से सीधा करने की कोशिश करनी पड़ती थी. पायलटों ने ऐसा 26 बार किया, लेकिन वे यह नहीं जान पाए कि वास्तव में गड़बड़ी क्या है जिससे वो सही फैसला नहीं ले पाए. अगर पायलटों को समय पर पता लग जाता और वो सही फैसला ले लेते तो इस दुर्घटना से बचा जा सकता था.
जांच के दौरान बोइंग से भी इस बारे में पूछताछ की गई लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं दिया गया. बता दें कि अमेरिकन एयरलाइंस और दक्षिण पश्चिम एयरलाइंस ने इस महीने शिकायत की थी कि उन्हें मैक्स विमानों पर लगे नए सिस्टम से जुड़ी सारी जानकारी नहीं दी गई है. पूरी दुनिया में अभी तक 200 से ज़्यादा मैक्स विमान डिलीवर
No comments:
Post a Comment