Sunday, 7 October 2018

गीता गोपीनाथ

गीता गोपीनाथ

हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारतीय मूल की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ को अपना मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया है। वह मौरी ओब्सफेल्ड का स्थान लेंगी।
गीता इस पद पर पहुँचने वाली दूसरी भारतीय हैं। उल्लेखनीय है कि उनसे पहले इस पद पर पहुँचने वाले भारतीय रघुराम राजन थे।
वर्तमान में वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल स्टडीज़ ऑफ़ इकोनॉमिक्स में प्रोफ़ेसर हैं और दिसंबर 2018 में IMF में मुख्य अर्थशास्त्री का पद ग्रहण करेंगी।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
आईएमएफ एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्था है जो अपने सदस्य देशों की वैश्विक आर्थिक स्थिति पर नज़र रखने का कार्य करती है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष  की कल्पना पहली बार वर्ष 1944 में सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा आयोजित ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में की गई थी।
इस सम्मेलन का आयोजन  सयुंक्त राज्य अमेरिका के न्यू हेम्पशायर शहर के ब्रेटन वुड्स नामक स्थान पर किया गया था।
ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक के गठन की भी कल्पना की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक, विश्व बैंक की महत्त्वपूर्ण संस्था है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक को प्रायः सयुंक्त रूप से ब्रेटन वुड्स के जुड़वाँ (Bretton woods twins) के नाम से जाना जाता है।
ब्रेटन वुड्स सम्मेलन के निर्णयानुसार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की औपचारिक स्थापना 27 दिसंबर, 1945 को सयुंक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन शहर में हुई थी, लेकिन इसने वास्तविक रूप से 01 मार्च, 1947 से कार्य करना प्रारंभ किया।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी. संयुक्त राज्य अमेरिका में है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के वर्तमान में 189 सदस्य हैं। नौरू गणराज्य  अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का सदस्य बनने  वाला आखिरी (189वाँ) देश है।
क्रिस्टीन लेगार्ड (Christine Lagarde) वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक हैं। इसके प्रथम  प्रबंध निदेशक कैमिल गट्ट  (Camille Gutt) थे।
भारत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के संस्थापक सदस्यों में से एक है, यह 27 दिसंबर, 1945 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में शामिल हुआ।
स्रोत : लाइव मिंट एवं पी.आई.बी.

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