मुंबई. कर्नाटक चुनाव से पहले तक थमे पेट्रोल के दाम अब चुनाव खत्म होने के बाद लगातार सात दिन से बढ़ रहे हैं। रविवार को दिल्ली में दाम 33 पैसे बढ़कर 76.26 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। इससे पहले 14 सितंबर 2013 को 76.06 रुपए था। इसके अलावा डीजल पहले से ही लाइफटाइम हाई पर बना हुआ है। दिल्ली में डीजल 67.57 रुपए प्रति लीटर है।
गुजरात चुनाव के बाद भी ऐसा हुआ था
- पिछले साल गुजरात चुनाव से पहले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन जैसी सरकारी कंपनियों ने वहां लगातार 15 दिन तक पेट्रोल के दाम में 1 से 3 पैसे की कटौती की थी। गुजरात में 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे। वहां भी वोटिंग के बाद तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए।
8 रुपए लीटर तक बढ़ सकते हैं दाम
- मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उछाल आने से घरेलू बाजार में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। पेट्रोल-डीजल के दाम अभी 6 से 8 रुपए तक बढ़ सकते हैं।
- कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी ने भी पेट्रोल के दाम में 4 रुपए प्रति लीटर तक उछाल आने की संभावना जताई है।
दो साल में 90 डॉलर/बैरल हो सकता है कच्चे तेल का दाम
- मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, कच्चे तेल की कीमतों में दो साल तक उछाल आने का अनुमान है। 2020 तक यह 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। इससे पहले अक्टूबर 2014 में यह 90 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचा था।
दाम स्थिर रखने से कंपनियों को 500 करोड़ के नुकसान का अनुमान
- कर्नाटक चुनाव से पहले तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रखे। इससे उन्हें करीब 500 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। इसकी भरपाई के लिए अब कंपनियां तेल के दाम में हर दिन इजाफा कर रही हैं।
Source bhaskar
No comments:
Post a Comment