सिद्दी जनजाति
भारतीय संसद में लोकसभा ने ध्वनि-मत से संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक, 2019 (The Constitution (Scheduled Tribes) Order (Amendment) Bill, 2019) पारित कर दिया।
🌺मुख्य बिंदु:
•इस विधेयक में परिवारा (Parivara) और तलवारा (Talawara) समुदायों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने का प्रयास किया गया है ताकि उन्हें सरकार द्वारा प्रदान किये जाने वाले आरक्षण एवं अन्य लाभ प्राप्त हों।
•बेलागवी (Belagavi) और धारवाड़ (Dharwad) की सिद्दी जनजातियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
👉सिद्दी जनजाति के बारे में
•सिद्दी लोग इंडो-अफ्रीकी आदिवासी समुदाय से हैं। इन्हें हब्शी (Habshi) और बादशा (Badsha) जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है।
•सिद्दी लोग भारत के पश्चिमी तट पर स्थित गुजरात, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक राज्यों में निवास करते हैं। ये मूल रूप से गुजरात के जूनागढ़ ज़िले में निवास करते हैं
सिद्दी लोग ज़्यादातर रोमन कैथोलिक हैं किंतु कुछ लोग हिंदू और इस्लाम धर्म का पालन करते हैं। इनका पहनावा पारंपरिक हिंदू और मुस्लिम पहनावे का संयोजन है।
•भारत सरकार ने 8 जनवरी, 2003 को सिद्दी जनजाति को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में वर्गीकृत किया था। •सिद्दी विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों (Particularly Vulnerable Tribal Groups- PVTGs) में से एक है।
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