Saturday, 18 January 2020

(GS Capsule) - बेलूर मठ (कोलकाता)

बेलूर मठ (कोलकाता)
* बेलूर मठ पश्चिम बंगाल के शहर कोलकाता का यह एक पर्यटन स्थल  है
* बेलूर मठ स्वामी विवेकानन्द का निवास स्‍थान रहा है
* बेलूर मठ तथा रामकृष्‍णा मंदिर हुगली नदी के तट पर बना हुआ है
* इनकी स्‍थापना स्वामी विवेकानंद जी ने 1898 ई. में की थी
* हावड़ा स्‍टेशन से यहाँ तक जाने के लिए बस तथा टैक्‍सी मिल जाती है
* बेलूर मठ के निर्माण में विभिन्‍न शैलियों का सम्मिश्रण है
* बेलूर मठ रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय है
* बेलूर मठ 1938 में बना मंदिर हिंदु, मुस्लिम और इसाई शैलियों का मिश्रण है
* बेलूर मठ आने वाले को इस मंदिर में शाम के समय होने वाली आरती को जरुर देखना चाहिए
* बेलूर मठ में ही स्वामी विवेकानंद जी की समाधि भी है
* जनवरी 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेलूर मठ में रात बिताने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बने
* 40 एकर की भूमि पर अवस्थित इस मठ के मुख्य प्रांगण में स्वामी रामकृष्ण परमहंस, शारदा देवी, स्वामी विवेकानंद और स्वामी ब्रह्मानन्द की देहाग्निस्थल पर उनकी समाधियाँ व मन्दिर अवस्थित है, तथा रामकृष्ण मिशन के प्रमुख कार्यालय अवस्थित हैं
* रामकृष्ण मठ व मिशन के इतिहास और विचारधारा को आगंतुकों के समक्ष प्रदर्शित करने हेतु एक संग्रहालय भी यहाँ निर्मित किया गया है
* बेलुड़ मठ के मुख्य परिसर के निकट, रामकृष्ण मिशन के कुछ शिक्षा संस्थानों के भी परिसर हैं, जिनमें विद्यामंदिर, शिल्पमन्दिर, वेद विद्यालय तथा स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के परिसर शामिल हैं
* स्वामी विवेकानन्द की पूर्वपरिकल्पना के अनुसार मठ प्रांगण का अभिन्यास को उनके शिष्य, स्वामी विज्ञानानन्द ने तैयार किया था
* वर्त्तमान समय में, यह मठ भारत के प्रमुख पर्यटनस्थलों में से एक है, तथा स्वामी रामकृष्ण परमहंस, रामकृष्ण मिशन तथा स्वामी विवेकानंद के विश्वभर में विस्तृत श्रद्धालुओं हेतु एक पवित्र तीर्थस्थल के समान महत्व रखता है
* बेलुड़ मठ विभिन्न स्वास्थ्यसेवाएँ, शिक्षा, नारिकल्याण, श्रमिक व वंचित कल्याण हेतु ग्रामविकास, राहत, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है
* यहाँ रामकृष्ण परमहंस, सारदा देवी तथा स्वामी विवेकानंद के जन्मोत्सव व पुण्यतिथि पर, विभिन्न धार्मिक समारोहों का आयोजन करता है, तथा क्रिसमस का जश्न भी यहाँ मनाया जाता है
* दुर्गा पूजा, विशेष रूप से महाष्टमी कुमारीपूजन, को देखने हेतु प्रतिवर्ष यहाँ बहुत बड़ी संख्या में लोग आते हैं

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