बीजापुर (Bijapur)
* बेंगलुरु से करीब 530 किलोमीटर दूर स्थित कर्नाटक राज्य के जिला बीजापुर का प्राचीन नाम विजयपुर है
* आदिल वंश की राजधानी रहे इस शहर का इतिहास अपने स्वर्णिम अतीत की याद दिलाता है
* कन्नड़ भाषा बोलता यह शहर पर्यटकों का भरपूर स्वागत करता है
* साफ-सुथरी सड़कों और मुगलकालीन स्थापत्य कला वाले इस शहर में नवंबर से फरवरी के बीच पर्यटन के मद्देनजर मौसम खुशगवार रहता है
* बीजापुर को 'दक्षिण भारत का आगरा' कहा जाता है, क्योंकि माना जाता है कि यहां पर बनी इमारत इब्राहिम रोजा से ही शाहजहां ने ताजमहल के डिजाइन की प्रेरणा ली थी
* इब्राहिम रोजा आदिल शाह द्वितीय और उनकी रानी का मकबरा है इसकी संरचना फारसी-मुस्लिम वास्तुकला का अनूठा चमत्कार है, जो चट्टान के एक स्लैब पर बनाई गई है
* कर्नाटक की सड़कें बेदाग हैं ढूंढने से भी एक गढ्डा नहीं दिखेगा इन सड़कों पर हालांकि देश के दूसरे शहरों की तरह यहां भी आज सड़कों पर तिल रखने की जगह नहीं होती
* यहां स्त्रियां या तो नकाब में मिलती हैं या बालों में वेणी लगाए हुए
* यहां का गोल गुंबज भारत का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गुंबज है इस गुंबज का व्यास 44 मीटर और ऊंचाई 51 मीटर है
* गोल गुंबद के सामने मालिक-ए-मैदान इमारत अब संग्रहालय में तब्दील हो गई है इसके द्वार पर 55 टन की विशाल तोप रखी है, जिसके मुंह को शेर के सिर का आकार दिया गया है
* 16 वीं शताब्दी में बना बीजापुर किला अब हेरिटेज होटल में बदल गया है
* कर्नाटक का प्रसिद्ध अलमत्ती बांध बीजापुर में कृष्णा नदी पर है
* गगनमहल अपनी आकर्षक संरचना के लिए खूब जाना जाता है इसका दूसरा नाम आकाश महल है
* बीजापुर का जामा मस्जिद दक्षिण भारत में सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिद है
* बीजापुर का आनंद महल अब जिमखाना क्लब में तब्दील हो गया है
* अली आदिल शाह ने बीजापुर में चांद बावड़ी का निर्माण करवाया था
* असर महल को हॉल ऑफ जस्टिस के रूप में काम में लिया जाता था
* बीजापुर के नवरसपुर में संगीथ नारी महल है जो अब खंडहर है
* बीजापुर शहर के मध्य भाग में श्री सिद्धेश्वर मंदिर स्थित है इस मंदिर में हर साल जनवरी माह में संक्रांति उत्सव का आयोजन होता है
* साथ खाबर का अर्थ है, साठ कब्रें। बीजापुर का यह प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस है
* मेहतर महल को मेहता महल भी कहते हैं यह बीजापुर किले की सबसे सुंदर संरचनाओं में से एक है
* सबसे नजदीकी एयरपोर्ट महाराष्ट्र के सोलापुर में है जो यहां से करीब 98 किलोमीटर दूरी पर है
* रेल और सड़क मार्ग से यह पूरे देश से जुड़ा है शहर में घूमने के लिए ऑटो रिक्शा बस टैक्सी तांगा हर तरह के यातायात के साधन मिलते हैं
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