Sunday 4 November 2018

Daily MCQs for upsc&State pcs exams 2 november 2018

*_Daily MCQs for upsc&State pcs exams 2 november 2018_*
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*_Q1. निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2017 के सम्बन्ध में निम्न कथनों पर विचार करें।_*
1- हाल ही में लोकसभा द्वारा इस विधेयक को पारित कर दिया गया।
2- इस विधेयक में आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति में संशोधन करने की बात कही गई है।
3- प्राथमिक शिक्षकों को 31 मार्च 2019 के पहले प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा।

उपर्युक्त कथनों में कौन सा/से कथन सही है/हैं?

Response:

(A) केवल 1 व 2
(B) केवल 2 व 3
(C) केवल 1 व 3
(D) 1, 2 व 3
Feedback:✔
व्याख्याः निःशुल्क और अनिवार्य बाल अधिकार अधिनियम, 2009 एक अप्रैल 2010 से देश में लागू हुआ। वर्तमान के दूसरे संशोधन विधेयक द्वारा 8वीं में फेल न करने की नीति को बदला जा रहा है। अब आठवीं में फेल हुए बच्चों को मई के माह में पास होने का एक मौका और दिया जायेगा यदि बच्चा उसमें भी फेल जाता है तो उसे फेल माना जायेगा परंतु किसी भी हालत में बच्चे को स्कूल से निकाला नहीं जायेगा। इस संशोधन अधिनियम में प्रावधान किया गया है कि अभी तक सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा।

*_Q2. अनुच्छेद 161 के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।_*
1- राज्य सरकारें संविधान के अनुच्छेद 160 के तहत राज्यपाल के समक्ष विचार और अनुमोदन के लिये समिति की सिफारिशें रखेगी एवं राज्यपाल के अनुमोदन के बाद कैदियों को रिहा कर दिया जाएगा।
2- अनुच्छेद 75 के अंतर्गत राष्ट्रपति में और अनुच्छेद 161 के अंतर्गत राज्यपाल में निहित शक्ति एक सांविधानिक कर्तव्य है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

Response:

(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 व 2 दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं✔
Feedback:
व्याख्याः राज्य सरकारें संविधान के अनुच्छेद 161 के तहत राज्यपाल के समझ विचार और अनुमोदन के लिये समिति की सिफारिशें रखेंगी एवं राज्यपाल के अनुमोदन के बाद कैदियों को रिहा कर दिया जाएगा। इस तरह कथन 1 गलत है। अनुच्छेद 72 के अंतर्गत राष्ट्रपति में और अनुच्छेद 161 के अंतर्गत राज्यपाल में निहित शक्ति एक सांविधानिक कर्तव्य है। इस तरह कथन 2 भी गलत है। इस तरह उत्तर (D) होगा।

*_Q3. शरिया कोर्ट के संबंध में गलत कथन का चयन करें।_*
Response:

(A) शरिया कोर्ट में एक या इससे अधिक जज हो सकते हैं जिन्हें काजी कहा जाता है। ये काजी इस्लामिक शरिया के विद्वान होते हैं।
(B) ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड 1998 से देश में दारूल कजा (शरिया कोर्ट) को संचालित कर रहा है।
Feedback:
व्याख्याः ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड 1993 से देश में दारूल कजा (शरिया कोर्ट) को संचालित कर रहा है। इस तरह कथन B गलत है। वर्तमान में ऑल इंडिया मुस्लिम बोर्ड देश भर में 50 शरिया कोर्ट संचालित कर रहा है। वर्ष 2005 में दायर विश्व लोचन मदान की याचिका पर कोर्ट ने कहा था कि किसी को शरिया कोर्ट की बात मानने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता लेकिन यदि कोई शरिया कोर्ट में जाना चाहता है तो उसे रोका भी नहीं जा सकता है।

(C) ग्रेट ब्रिटेन में शरिया कोर्ट का प्रचलन 2008 से ही है। इसके साथ ही इजराइल में भी शरिया कोर्ट बखूबी अपनी भूमिका निभा रहा है।
(D) 2005 में दायर विश्व लोचन मदान की याचिका पर कोर्ट ने कहा था कि किसी को शरिया कोर्ट की बात मानने के लिये बाध्य नहीं किया जा सकता है और व्यक्ति की इच्छा हो तो रोका भी नहीं जा सकता है।

*_Q4. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?_*
1- भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की सिफारिशों को सरकार स्वीकार करती है तो डिजिटल तंत्र जैसे ब्राउजर, मोबाइल एप्लीकेशंस, आपरेटिंग सिस्टम और सेवा प्रदाता कंपनियाँ ग्राहकों की सहमति के बिना उसकी व्यक्तिगत जानकारी तीसरे पक्ष के साथ साझा नहीं कर पाएगी।
2- ट्राई की इस सिफारिश के अनुसार उपयोगकर्ता के डेटा को एकत्र करने से पहले उनकी स्पष्ट रूप से सहमति लेना अनिवार्य नहीं होगा।

Response:

(A) केवल 1✔
Feedback:
व्याख्याः ट्राई के सिफारिश के अनुसार उपयोगकर्ता के डेटा को एकत्र करने से पहले उनकी स्पष्ट रूप से सहमति लेना अनिवार्य हो जाएगा। इस तरह कथन 2 गलत है इसलिए उत्तर (A) होगा।

(B) केवल 2
(C) 1 व 2 दोनों
(D) न तो 1 न ही 2

*_Q5. चौवालीसवाँ संविधान संशोधन, 1978 मूलाधिकारों की वैधानिक स्थिति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण प्रस्थान-बिन्दु है। इसके पहले तक मूलाधिकारों की वैधानिक स्थिति के बारे में क्या कहा जा सकता है?_*
1- 1978 तक अनु. 352 के तहत् राष्ट्रीय आपात की उद्घोषणा की स्थिति में सभी मूलाधिकारों का स्वतः निलंबन हो जाता था।
2- 1978 तक राष्ट्रीय आपात की स्थिति में अनु. 352 के तहत् अनुच्छेद 20 और अनु. 21 को छोड़कर अन्य सभी मूलाधिकार स्वतः निलंबित होते थे।

नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Response:

(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 और 2 दोनों
(D) न तो 1 न ही 2
Feedback:
व्याख्याः 44वाँ संविधान संशोधन, 1978 मूलाधिकारों की वैधानिक स्थिति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण प्रस्थान बिंदु है। इसके पहले तक मूलाधिकारों की वैधानिक स्थिति के बारे में -

1978 के पहले तक जब राष्ट्रीय आपात की उद्घोषणा अनुच्छेद 352 के तहत् की जाती थी तो अनुच्छेद 359 के द्वारा केवल उन्हीं मौलिक अधिकारों का निलम्बन होता था जिसका उल्लेख राष्ट्रपति अपनी उद्घोषणा में करते थे। अनुच्छेद 20, 21 का किसी भी परिस्थिति में निलम्बन संभव नहीं।
अनुच्छेद 358 के तहत अनुच्छेद 19 का स्वतः विलम्बन हो जाता है। यह भी 1978 के पहले तक आपातकाल की उद्घोषणा के साथ स्वतः उद्घोषित हो जाता था। परंतु 1978 के बाद अलग से इसकी उद्घोषणा की जाती है। इसमें भी आंतरिक अशांति की स्थिति में निलम्बन नहीं होगा। केवल बाह्य आक्रमण एवं युद्ध के आधार पर ही निलम्बन संभव होगा।

*_Q6. मूलाधिकारों के बारे में क्या सत्य है?_*
1- भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों का दायरा इतना व्यापक है कि यह अपने अंतर्गत संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकारों की सार्वभौम उद्घोषणा के तहत परिकल्पित सारे अधिकारों को समाहित करता है।
2- किसी भी व्यक्ति द्वारा मूलाधिकारों को त्यागना संभव है।

नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Response:

(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 और 2 दोनों
(D) न तो 1 न ही 2
Feedback:✔
व्याख्याः भारतीय संविधान के प्रावधान में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार घोषणा पत्र 1948 से केवल मौलिक अधिकार एवं नीति निदेशक तत्वों को शामिल करता है।

किसी भी व्यक्ति द्वारा मूलाधिकारों को त्यागना संभव नहीं परंतु वर्तमान में आत्महत्या का अधिकार दिए जाने की बहस चल रही है लेकिन अभी तक इस हेतु कोई प्रावधान नहीं किया गया है। क्योंकि अभी तक आत्महत्या को अपराध माना जाता है। इसी आधार पर इसे बाहर करने की बहस चल रही है।

*_Q7. इल्तुतमिश के शासन के प्रारम्भिक वर्षों के दौरान, उसकी स्थिति के लिए नया खतरा उत्पन्न हुआ -_*
Response:

(A) दक्षिण भारत स
(B) उत्तर-पश्चिम से
Feedback:✔
व्याख्याः अपने शासनकाल के प्रारंभिक वर्षों के दौरान, इल्तुतमिश का ध्यान उत्तर पश्चिम में केंद्रित था। एक नया खतरा ख्वारिज्म शाह की गजनी विजय के साथ उत्पन्न हुआ। उस समय ख्वारिज्म साम्राज्य मध्य एशिया का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य था और इसकी पूर्वी सीमा सिंधु तक थी। इस खतरे को दूर करने के लिए इल्तुतमिश ने लाहौर पर चढ़ाई की और इस पर आधिपत्य स्थापित किया।

(C) चीन और आसपास के क्षेत्र से
(D) राष्ट्रकूट, गुर्जर प्रतिहार और पाल से

*_Q8. "जब भी मैं नीच अकुलीन व्यक्ति को देखता हूँ तो क्रोध से मेरी आँखें जलने लगती है और मेरे हाथ मेरी तलवार तक उसे मारने के लिए पहुँच जाते हैं।" यह किस शासक के लिए सत्य हो सकता है?_*
Response:

(A) मुहम्मद बिन तुगलक
(B) बलबन
Feedback:✔
व्याख्याः बलबन ने यह घोषणा करते हुए सिंहासन के अपने दावे को मजबूत करने की कोशिश की कि वह पौराणिक ईरानी राजा अफ्रासियाह का वंशज था। बलबन शाही रक्त के दावे को साबित करने के लिए स्वयं को तुर्की कुलीनता के समर्थक के रूप में खड़ा किया। जो किसी कुलीन परिवार से नहीं थे, उनके किसी महत्वपूर्ण सरकारी पद ग्रहण को उसने अस्वीकार कर दिया। यह वास्तव में सत्ता और अधिकार के सभी पदों से भारतीय मुसलमानों का बहिष्कार था। बरनी जो स्वयं तुर्की कुलीन था, ने बलबन के शब्द वर्णित किए है - ‘‘जब भी मैं नीच अकुलीन व्यक्ति को देखता हूँ तो क्रोध से मेरी आँखें जलने लगती हैं और मेरे हाथ मेरी तलवार तक उसे मारने के लिए पहुँच जाते हैं।’’

(C) इल्तुतमिश
(D) अलाउद्दीन खिलजी

*_Q9. महाद्वीपीय विस्थापन के समर्थन में वेगनर द्वारा निम्नलिखित में से कौन-से साक्ष्य प्रस्तुत किए गए?_*
Response:

(A) महाद्वीपों में साम्य
(B) सोने के प्लेसर निक्षेप
(C) जीवाश्मों का वितरण
(D) उपर्युक्त सभी
Feedback:✔
व्याख्याः सभी बिंदु सही हैं।

अल्फ्रेड वेगनर एक जर्मन मौसम विज्ञानी थे जिन्होंने 1912 में ‘महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत’ के रूप में एक व्यापक तर्क प्रस्तुत किया। महाद्वीपीय विस्थापन के समर्थन में विभिन्न प्रकार के साक्ष्य प्रस्तुत किये गये।

महाद्वीपों में साम्यः अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के आमने-सामने वाली तटरेखाओं में उल्लेखनीय और अचूक साम्य है।
प्लेसर निक्षेपः घाना तट और ब्राजील में सोने से समृद्ध पाई जाती हैं।
जीवाश्मों का वितरणः समुद्री अवरोधक के दोनों विपरीत किनारों पर जल व स्थल में पाये जाने वाले पौधों व जंतुओं की समान प्रजातियों का पाया जाना।

*_Q10. अग्नि मेखला के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः_*
1- यह अटलांटिक महासागरीय बेसिन में एक प्रमुख क्षेत्र है।
2- इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में भूकंप और ज्वालामुखी पाए जाते हैं।
3- यह प्लेट विवर्तनिकी का प्रत्यक्ष परिणाम है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Response:

(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 1 और 3
(C) केवल 2 और 3
Feedback:✔
व्याख्याः कथन 2 और 3 सही हैं जबकि कथन 1 गलत है।

रिंग ऑफ फायर (अग्नि मेखला) प्रशांत महासागर के बेसिन में एक बड़ा क्षेत्र है जहां बड़ी संख्या में भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। अग्नि मेखला प्लेट विर्वतनिकी का एक सीधा परिणाम हैः स्थलमंडलीय प्लेटों का संचलन और टकराव का।

(D) 1, 2 और 3

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