फास्टैग
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सरकार ने टोल प्लाजा पर नकद रहित भुगतान को बढ़ावा देने एवं वाहनों के बिना रुके टोल शुल्क वसूल करने के लिये फास्टैग तकनीक का विकास किया है।
प्रमुख बिंदु:
फास्टैग एक पुनः लोड करने योग्य (reloadable) टैग है जो स्वचालित रूप से टोल शुल्कों को काट लेता है और वाहनों को बिना रुके टोल शुल्क जमा करने की सुविधा प्रदान करता है। यह इससे जुड़े प्रीपेड खाते के माध्यम से नकद रहित भुगतान करने के लिये रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (RFID) तकनीक का उपयोग करता है।
इसके अंतर्गत टैग वाहन के विंडस्क्रीन पर निर्धारित रहता है और टोल गेट की छत में लगा रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान एंटीना क्यूआर कोड तथा टैग पहचान संख्या स्कैन करता है जिसके बाद वाहन को बूम बाधा (boom barrier) पार करने की इज़ाज़त देता है।
टैग, जो पाँच साल के लिये मान्य है, ये सात अलग-अलग रंगों में होता है। ये हैं - बैंगनी, नारंगी, पीला, हरा, गुलाबी, नीला और काला। प्रत्येक रंग वाहनों की एक विशेष श्रेणी को सौंपा जाता है।
फास्टैग को कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
1 दिसंबर, 2017 के बाद बेची जाने वाली कारों और ट्रकों में फास्टैग फिट किया जाना अनिवार्य है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने पुराने वाहनों के मालिकों के लिये फास्टैग खरीदने के साथ ही लोगों को अपने कार्ड रिचार्ज करने की अनुमति देने के लिये 20 बैंकों के साथ करार किया है।
टैग टोल प्लाज़ा पर स्थापित कियोस्क से भी खरीदे जा सकते हैं। डिवाइस की लागत एक बैंक की तुलना में दूसरे में भिन्न होती है लेकिन औसतन एक खरीदार डिवाइस के लिये ₹ 600 का भुगतान करता है जिसमें से ₹ 200 का उपयोग टोल बूथ पर लेनदेन के लिये किया जा सकता है, जबकि शेष राशि डिवाइस और बैंक के शुल्क के लिये होती है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, बैंकों द्वारा लगाए गए शुल्क को नियमित और कम करने के लिये विचार विमर्श किया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास फास्टैग के लिये एक मोबाइल एप्लीकेशन भी है जो उपयोगकर्त्ताओं को टैग खरीदने और रिचार्ज करने के साथ ही विभिन्न मार्गों पर टोल दरों की जानकारी प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह उन्हें फीडबैक देने की भी अनुमति देता है।
उपयोगकर्त्ताओं के लिये क्या हैं फायदे?
उपयोगकर्ताओं को किसी दिये गए महीने में उनके द्वारा भुगतान किये गए कुल टोल का 5% वापस किया जाता है। नकद रहित लेन देन के अलावा उपयोगकर्त्ता भुगतान करने के लिये बिना अपने वाहन को रोके के भी प्लाज़ा से गुजर सकते हैं।
हालाँकि, तैनात RFID एंटीना की रेंज छः मीटर होती है जिसका तात्पर्य है कि टैग को स्कैन करने के लिये वाहन को धीमा करने की आवश्यकता है।
प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ वाहन विदेशों की तरह टोल बूथ पर उच्च गति से गुजरने करने में सक्षम होंगे।
टैक्सी और ट्रक जैसे वाणिज्यिक वाहन, प्रौद्योगिकी के सबसे बड़े लाभार्थी हैं। जबकि निजी वाहन मालिक जिनकी अधिकांश गतिविधियाँ शहरों तक ही सीमित होती है केवल लॉन्ग ड्राइव के दौरान ही इसका लाभ उठा पाएँगे।
यह तकनीक कैब ऑपरेटर और ट्रांसपोर्टर को प्राप्त होने वाले एसएमएस अलर्ट उन्हें अपने वाहनों की गतिविधियों को ट्रैक करने की अनुमति देती है।
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