Saturday 19 May 2018

कश्मीर में हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन, पाक का विरोध जारी

श्रीनगर (रायटर्स)। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट का उद्घाटन किया जिसे लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान विरोध प्रदर्शन कर रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि उसके देश में बह रहीं नदियों पर प्रोजेक्ट के इस प्रस्ताव से पानी के बहाव में व्यवधान पैदा होगा।
पाक का विरोध, बताया- संधि का उल्लंघन
पाकिस्तान ने इनमें से कुछ परियोजनाओं का विरोध किया है। इसका कहना है कि यह सिंधु नदी व इसकी सहयोगी नदियों के बंटवारे पर वर्ल्ड बैंक की मध्यस्थता वाले संधि का उल्लंघन है। पाक के अनुसार, इसकी 80 फीसद खेती इन्हीं नदियों के पानी पर निर्भर है। शुक्रवार को पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इस उद्घाटन को लेकर पाकिस्तान गंभीर है। पाकिस्तान का मानना है कि बिना विवाद को सुलझाए प्रोजेक्ट की शुरुआत सिंधु जल समझौते के उल्लंघन के बराबर है।‘
कई सालों तक अधर में लटका रहा था प्रोजेक्ट
किशनगंगा प्रोजेक्ट कई सालों तक अधर में लटका रहा क्योंकि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत को खींच लिया था जिसमें फैसला भारत के ही पक्ष में आया। 9 साल में तैयार हुए किशनगंगा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को NHPC द्वारा संचालित किया जाता है। यह बांध गुरेज़ घाटी में झेलम की सहायक नदी किशनगंगा के पानी को बांदीपुरा तक एक 23.65 किलोमीटर लंबी सुरंग से लेकर जाएगा।

पाकिस्तान का आरोप
पाकिस्तान का आरोप था कि ऐसा करके भारत झेलम नदी के अपने जलग्रहण को बढ़ा रहा है और पाकिस्तान को अपने पानी के अधिकार से वंचित कर रहा है। पाकिस्तान भी उसी नदी के उसी तरफ नीलम झेलम प्रोजेक्ट बना रहा था। हालांकि यह प्रोजेक्ट भी 2008 में शुरू हुआ था लेकिन कई सालों की देरी के बाद इसके भी जुलाई 2018 में पूरे हो जाने की संभावना है।
भारत का कहना है कि जम्मू कश्मीर में जारी हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट ऐसी योजना है जिसमें पानी का संग्रह कम या लगभग न के बराबर होगा यानि नदी में पानी के बहाव के आधार पर काम करेगा और समझौते का उल्लंघन नहीं करेगा। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी के इस दौरे से मात्र एक दिन पहले सीमा के दोनों ओर सुरक्षाबलों की एक दूसरे पर फायरिंग में कम-से-कम 9 लोग मारे गए। अब तक दोनों देशों के बीच तीन युद्ध हुए हैं। भारत कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप पाकिस्तन पर लगाता है जिससे इस्लामबाद इंकार करता है। इस साल अब तक कश्मीर में हुए आतंकी हिंसा में 130 लोग मारे जा चुके हैं।

By मोनिका मीनल

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