Thursday 9 June 2022

दैनिक समसामयिकी (Current Affairs)

दैनिक समसामयिकी (Current Affairs) के मुद्दों की महत्त्वपूर्ण जानकारी आज के इस लेख द्वारा उपलब्ध कराई गई है, जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी है –
महाराणा प्रताप की जयंती
इस वर्ष मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप सिंह की जयंती 02 जून को मनाई गई। महाराणा प्रताप मेवाड़ (वर्तमान राजस्थान) के 13वें राजा थे। उनका नाम देश के सबसे यशस्वी राजाओं में आता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ मास की तृतीया तिथि को हुआ था। इस आधार पर अंग्रेजी कैलेंडर में उनकी जन्म दिनांक 9 मई, 1540 है। वे उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे। इतिहास में महाराणा प्रताप का नाम वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिए अमर है। उन्होंने जीवन भर मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की थी और मरते दम तक अकबर के खिलाफ संघर्ष किया था। 
हिन्दुस्तान के सम्राट जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर मेवाड़ से होते हुए गुजरात के लिए एक सुरक्षित मार्ग स्थापित करना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने प्रताप को अन्य राजपूत राजाओं की तरह जागीरदार बनाने के लिए प्रस्ताव भेजे लेकिन महाराणा प्रताप ने उन प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था। तदुपरांत दोनों के मध्य 18 जून, 1576 को हल्दीघाटी का युद्ध लड़ा गया। इसमें महाराणा प्रताप की हार हुई लेकिन 6 साल बाद 1582 में मुगलों के खिलाफ हुए युद्ध में जीत हासिल की। अकबर ने इस हार के बाद मेवाड़ के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों को रोक दिया।

‘हर घर दस्तक 2.0’ अभियान
दिनांक 1 जून, 2022 से पूरे भारत में ‘हर घर दस्तक 2.0′ शुरू किया गया है जो यह सुनिश्चित करेगा कि सभी पात्र लाभार्थियों को पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण प्राप्त हो। यह अभियान 18 से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए एहतियाती खुराक तथा 12 से 14 वर्ष की आयु के लोगों के टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करता है। दो महीने तक चलने वाले इस अभियान की अवधि 1 जून से 31 जुलाई, 2022 है। कोविड टीकाकरण की धीमी गति पर चिंता जताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 मई को सभी केंद्र शासित प्रदेशों तथा राज्यों को सभी ब्लॉकों, जिलों और गाँवों के लिए विस्तृत योजनाओं के साथ दो महीने का हर घर दस्तक 2.0 अभियान चलाने की सलाह दी। 
इस अभियान के पहले संस्करण के बारे में :
पहला हर घर दस्तक अभियान नवंबर, 2021 में चलाया गया था। इसके तहत पूरे देश में 193.6 करोड़ टीकों की खुराक दी जा चुकी है। इस अभियान में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लगभग 96.3% लोगों ने एक टीकाकरण और 86.3% लोगों ने दोनों टीकाकरण की खुराक प्राप्त की है।

विश्व साइकिल दिवस-2022
प्रतिवर्ष 3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है। विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला यह दिवस दैनिक जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए सामूहिक सवारी का आयोजन करता है। संयुक्त राष्ट्रमहासभा (UNGA) ने वर्ष 2018 में साइकिल की ‘विशिष्टता, दीर्घायु और बहुमुखी प्रतिभा’ के उत्सव के रूप में मनाने के लिए इस दिवस की घोषणा की। इस दिवस को मनाने की याचिका मोंटगोमरी कॉलेज, मैरीलैंड, अमेरिका के प्रोफेसर लेस्ज़ेक सिबिल्स्की ने अपनी समाजशास्त्र कक्षा के साथ दायर की थी। 
इस दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को बढ़ावा देने के लिए प्रोफेसर सिबिल्स्की और उनकी कक्षा ने एक जमीनी अभियान का नेतृत्त्व किया था। इस अभियान को अंततः तुर्कमेनिस्तान और 56 अन्य देशों का समर्थन प्राप्त हुआ और वर्ष 2018 में इस पर गौर किया गया, जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे विश्व अवकाश घोषित किया था।
साइकिल का महत्त्व:
 • यह परिवहन का किफायती, विश्वनीय, स्वच्छ और पर्यावरण के लिए अनुकूल साधन है। 
 • साइकिल किसी भी तरह के वायु-जनित प्रदूषक, धुएं, ग्रीनहाउस गैसों का उत्पादन नहीं करती है।

शिमला में आयोजित किया गया गरीब कल्याण सम्मेलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिमला, हिमाचल प्रदेश में ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ का संबोधन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्त्व वाली सरकार के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया। इस अवसर पर देश भर के जिला मुख्यालयों, राज्यों की राजधानियों और कृषि विज्ञान केंद्रों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस सम्मेलन को आयोजित करने का उद्देश्य देश भर में निर्वाचित केंद्र सरकार के जन प्रतिनिधियों के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में प्रतिक्रिया प्राप्त करने हेतु जनता के साथ सीधी बातचीत करना है। इस दौरान पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले वित्तीय लाभ की 11वीं किस्त भी जारी की है। इस किस्त के माध्यम से देश भर में 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 21,000 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से भारत की आधुनिकता के बारे में पहचान बनाने का आग्रह किया। 

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