विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 12 मार्च 2021 को अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी. डब्ल्यूएचओ की मंजूरी के बाद इस वैक्सीन को अब अंतरराष्ट्रीय कोवैक्स मुहिम के तहत गरीब देशों को सप्लाई किया जा सकता है, जिन तक अभी तक कोई वैक्सीन नहीं पहुंची है.
यह तीसरी वैक्सीन है, जिसे डब्ल्यूएचओ की तरफ से मंजूरी दी गई है. इससे पहले फाइजर/बायोनटेक और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी. डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ हर नया, प्रभावी और सुरक्षित उपकरण महामारी को नियंत्रित करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है.
जॉनसन एंड जॉनसन के टीके की खास बात
जॉनसन एंड जॉनसन के टीके की खास बात यह है कि इसमें दो खुराक के बजाए केवल एक खुराक की आवश्यकता होगी. अन्य टीकों की दो खुराक लगाए जाने की आवश्यकता होती है. डब्ल्यूएचओ ने जॉनसन एंड जॉनसन के सिंगल डोज को लेकर कहा कि इससे सभी देशों में वैक्सीनेशन और अधीक सुविधाजनक बनाने की उम्मीद है.
डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा?
डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा है कि बड़े क्लीनिकल ट्रायल से मिले पर्याप्त डाटा में यह वैक्सीन वयस्क लोगों पर प्रभावी नजर आई है. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की मंजूरी से एक दिन पहले ही 27 देशों के संगठन यूरोपीय संघ की यूरोपीयन मेडिसिन एजेंसी ने इस वैक्सीन के इस्तेमाल को हरी झंडी दिखाई थी.
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