हावड़ा ब्रिज (कोलकाता)
* हावड़ा ब्रिज एक मशहूर पुल है
* हावड़ा ब्रिज हुगली नदी पर बनाया है
* हावड़ा ब्रिज पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है
* हावड़ा ब्रिज पश्चिम बंगाल के 2 बड़े शहरों हावड़ा और कोलकाता को जोड़ता है
* हावड़ा ब्रिज कोलकाता की संस्कृति का प्रतीक बन चुका है
* हावड़ा ब्रिज दुनिया का सबसे व्यस्त पुल है
* यह ब्रिज 2313 फीट लंबा और 71 फीट चौड़ा है
* पुल पर दोनों तरफ 15 15 फीट चौड़े Footpath भी है
* यह पुल 269 फीट ऊंचा है
* हावड़ा ब्रिज 73 साल पुराना है
* हावड़ा ब्रिज को बनाने में लगभग पार्क 6 साल लगा था
* हावड़ा ब्रिज की शुरुआत 3 फरवरी 1943 को हुआ था
* हावड़ा ब्रिज पर हर रोज एक लाख से ज्यादा गाड़ियां गुजरती है
* हर रोज इस पर डेढ़ लाख से ज्यादा पैदल यात्री गुजरते हैं
* इस पुल की 60000 टन वजन सहने की क्षमता है
* बढ़ती जनसंख्या और ट्रैफिक की वजह से पुल पर हर समय 90000 टन वजन रहता है
* यह पुल उच्च तन्य मिश्र धातु स्टील से बना है
* इस पुल को बनाने में 26500 टन स्टील की खपत हुई थी
* इसका 87% स्टील टाटा स्टील कंपनी द्वारा खरीदा गया था
* इस परियोजना के लिए सारी स्टील इंग्लैंड से लाई जा रही थी लेकिन जापान की धमकी के कारण सिर्फ 3000 टन स्टील लाई गई
* आज जहां हावड़ा ब्रिज है वहां पहले पोंटून सेतु था
* शुरुआत में इसका नाम न्यू हावड़ा ब्रिज था
* 14 जून 1965 को नोबेल विजेता गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के सम्मान में इसका नाम रवींद्र सेतु कर दिया गया लेकिन आज भी लोग इसे हावड़ा ब्रिज कहते हैं
* हुगली नदी पर हावड़ा ब्रिज के अलावा 5 और सेतु हैं
> विद्यासागर सेतु
> विवेकानंद सेतु
> निवेदिता सेतु
> ईश्वर गुप्ता सेतु
> नसीरपुर रेल ब्रिज
* 2000 फिट से भी लंबे इस पुल में सिर्फ दो स्तंभ है जो एक दूसरे से 1500 फीट दूर है
* अपने निर्माण के समय यह विश्व में तीसरा सबसे बड़ा पुल था और आज यह छटवा सबसे लंबा पुल है
* हावड़ा ब्रिज की देखभाल की जिम्मेदारी कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की है
* इसे बनाने के लिए 20 से ज्यादा कंपनियों में जर्मनी की एक कंपनी ने सबसे कम बोली लगाई थी लेकिन विश्व युद्ध के कारण उसे कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया गया
* 1935 में इसका कॉन्ट्रैक्ट एक ब्रिटिश कंपनी को दिया गया
* इस ब्रिज का डिजाइन Rendel, Palmer, Tritton के द्वारा तैयार किया गया
* इस पुल को बनाने में उस समय 25000000 की लागत आई
* गर्मियों में तापमान के कारण इसकी लंबाई करीब 3 फीट बढ़ जाती है
* हावड़ा ब्रिज को पक्षियों की गंदगी से बचाने के लिए हर साल 5 लाख खर्च होता है
* लोगों के पान थूकने से हावड़ा ब्रिज को क्षति हो रही है
* हावड़ा ब्रिज को पेंट करने के लिए 26500 लीटर पेंट की जरूरत होती है जिसमें लगभग 6500000 रुपए खर्च होती है
* 2006 में इसकी 8 टन स्टील से मरम्मत कराई गई थी जिसमें 5000000 रुपए खर्च हुए
* हावड़ा ब्रिज में एक भी नट बोल्ट का इस्तेमाल नहीं किया गया है
* 30 से ज्यादा भारतीय फिल्मों में इसे दिखाया गया है
No comments:
Post a Comment