Saturday 1 February 2020

सुभाष चंद्र बोस (क्रांतिकारी)

सुभाष चंद्र बोस (क्रांतिकारी)
* सुभाष चंद्र बोस को नेताजी के नाम से भी जाना जाता है यह नाम उन्हें एडोल्फ हिटलर ने दिया
* नेताजी ने आजाद हिंद फौज का गठन किया था
* नेताजी का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था
* बोस के पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माता का नाम प्रभावती देवी था
* पिता कटक के जाने माने वकील थे
* बोस माता-पिता के 14 संतानों में नौवें संतान थे
* 1920 में बोस ने लंदन से आई सी एस की परीक्षा चौथी रैंक से पास की थी
* नेताजी ने आजादी के संग्राम में शामिल होने के लिए भारतीय सिविल सेवा जैसी आरामदेह नौकरी छोड़ दी
* 1921 से 1941 के बीच भारत के अलग-अलग जिलों में नेताजी को 11 बार कैद रखा गया है
* 1941 में एक घर से नजरबंदी के दौरान भाग निकले और कोलकाता पेशावर काबुल होते हुए जर्मनी पहुंच गए
* 1943 में नेताजी ने बर्लिन में आजाद हिंद रेडियो और फ्री इंडिया सेंटर की स्थापना की
* 1943 में जापान वासियों ने नेताजी को भारतीय राष्ट्रप्रेम की अगुवाई के लिए आमंत्रित किया जिसे उन्होंने स्वीकार किया और जर्मनी से जापान आए
* नेताजी महात्मा गांधी के कई बातों और विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते थे
* जलियांवाला बाग हत्याकांड नेताजी को काफी विचलित किया
* नेता जी का मानना था कि बिना क्रांति आजादी संभव नहीं
* नेताजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दो बार अध्यक्ष बने
* नेताजी की मौत की गुत्थी आज भी अनसुलझी है
* लोगों का मानना है कि नेताजी 1985 तक जीवित रहे
* एक अंग्रेजी शिक्षक द्वारा भारतीयों पर आपत्तिजनक बयान का विरोध करने पर नेताजी को कॉलेज से बाहर निकाल दिया गया था
* नेताजी ने 1939 में फॉरवर्ड ब्लॉक नामक संगठन का गठन किया था
* ऐसा माना जाता है कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू में हवाई दुर्घटना में हुई थी
* बोस के परिवार का भी मानना है कि उनकी मृत्यु 1945 में नहीं हुई
* नेताजी ने तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा और दिल्ली चलो का नारा दिया था
* महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता की उपाधि नेताजी ने दी थी
* गांधी को ऊंचा दिखाने के लिए वल्लभ भाई पटेल ने बोस पर मुकदमा चलाया था
* 1941 में जब नेताजी ने जर्मनी और जापान से मदद लेने की कोशिश की तब ब्रिटिश सरकार ने उन्हें खत्म करने का आदेश दिया था
* 1944 में आजाद हिंद फौज ने अंग्रेजों पर हमला करके कुछ प्रदेशों को आजाद करा लिया था
* नेताजी भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी से रोकना चाहते थे इसीलिए गांधी ने उनका साथ छोड़ दिया था
* मरणोपरांत नेताजी को 1992 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया लेकिन फिर वापस ले लिया गया
* सबसे पहले गाँधीजी को राष्ट्रपिता कह कर सुभाष चंद्र बोस ने ही संबोधित किया था
* सुभाषचंद्र बोस 1934 में अपना इलाज करवाने आस्‍ट्रि‍या गए थे जहां उनकी मुलाकात एक एमिली शेंकल नाम की टाइपिस्‍ट महिला से हुई नेताजी इस महिला से अपनी किताब टाइप करवाने के लिए मिले थे इसके बाद नेताजी ने 1942 में इस महिला से शादी कर ली थी

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