मोरारजी देसाई (प्रधानमंत्री)
* मोराजी देसाई भारत के एक स्वाधीनता सेनानी और चौथे प्रधानमंत्री थे
* मोरारजी देसाई का जन्म 29 फ़रवरी 1896 को गुजरात के भदेली नामक स्थान पर हुआ था
* उनका संबंध एक ब्राह्मण परिवार से था
* उनके पिता रणछोड़जी देसाई भावनगर (सौराष्ट्र) में एक स्कूल अध्यापक थे वह अवसाद (निराशा एवं खिन्नता) से ग्रस्त रहते थे, अत: उन्होंने कुएं में कूद कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली
* पिता की मृत्यु के तीसरे दिन मोरारजी देसाई की शादी हुई थी
* 16 वर्ष की आयु में 1911 में इनका विवाह गुजराबेन से हो गया
* मोरारजी देसाई की शिक्षा-दीक्षा मुंबई के एलफिंस्टन कॉलेज में हुई जो उस समय काफ़ी महंगा और खर्चीला माना जाता था
* मुंबई में मोरारजी देसाई नि:शुल्क आवास गृह में रहे जो गोकुलदास तेजपाल के नाम से प्रसिद्ध था एक समय में वहाँ 40 शिक्षार्थी रह सकते थे
* विद्यार्थी जीवन में मोरारजी देसाई औसत बुद्धि के विवेकशील छात्र थे इन्हें कॉलेज की वाद-विवाद टीम का सचिव भी बनाया गया था लेकिन स्वयं मोरारजी ने मुश्किल से ही किसी वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया होगा
* मोरारजी देसाई ने अपने कॉलेज जीवन में ही महात्मा गाँधी, बाल गंगाधर तिलक और अन्य कांग्रेसी नेताओं के संभाषणों को सुना था
* जुलाई 1917 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग कोर्स में प्रविष्टि पाई यहाँ इन्हें ब्रिटिश व्यक्तियों की भाँति समान अधिकार एवं सुविधाएं प्राप्त होती रहीं यहाँ रहते हुए मोरारजी अफ़सर बन गए
* मई 1918 में वह परिवीक्षा पर बतौर उप ज़िलाधीश अहमदाबाद पहुंचे उन्होंने चेटफ़ील्ड नामक ब्रिटिश कलेक्टर (ज़िलाधीश) के अंतर्गत कार्य किया
* मोरारजी 11 वर्षों तक अपने रूखे स्वभाव के कारण विशेष उन्नति नहीं प्राप्त कर सके और कलेक्टर के निजी सहायक पद तह ही पहुँचे
* 1930 में नौकरी छोड़ कर वह स्वतंत्रता संग्राम के सिपाही बने और 1932 में 2 साल जेल रहे
* 1952 में इन्हें बंबई का मुख्यमंत्री बनाया गया इस समय तक गुजरात तथा महाराष्ट्र बंबई प्रोविंस के नाम से जाने जाते थे और दोनों राज्यों का पृथक गठन नहीं हुआ था
* 1967 में इंदिरा गाँधी के प्रधानमंत्री बनने पर मोरारजी को उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनाया गया
* मोरारजी देसाई इस बात से कुंठित थे कि वरिष्ठ कांग्रेसी होने के बावजूद उन्हें नहीं इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बनाया गया इसलिए वह बाद में कांग्रेसी से निकल गए
* 1975 में वह जनता पार्टी में शामिल हुए और 1977 के लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने
* मोरारजी देसाई पहले ऐसा व्यक्ति है जो कांग्रेस के बजाय किसी अन्य दल से प्रधानमंत्री बने
* मोरारजी देसाई को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के अलावा पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशाने पाकिस्तान भी मिल चुका है
* 10 अप्रैल 1995 को इनका निधन हुआ
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