Saturday 18 January 2020

( GS Capsule)- राजेंद्र सिंह - The Waterman Of India

राजेंद्र सिंह
* पानी को लेकर चलाई गई क्रांति के कारण उन्हें वॉटरमैन ऑफ इंडिया कहा जाता है
* राजेंद्र सिंह वो इंसान है जिसने अपना सब कुछ न्योछावर करके राजस्थान को जल संकट से उभारने का काम किया
* आज उनके काम की देश में ही नहीं विदेशों में भी तारीफ होती है
* राजेंद्र सिंह का जन्म 6 अगस्त 1959 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में मौजूद डौला गांव में हुआ
* उन्होंने आयुर्वेद में डिग्री प्राप्त की और अपने ही गांव में अभ्यास भी शुरू कर दिया था
* समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के संपर्क में आकर वे राजनीति से प्रभावित हुए
* उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक कालेज में प्रवेश ले लिया साथ ही वहां के छात्र युवा संघर्ष वाहिनी के साथ जुड़ गए छात्र नेता बन गए
* उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई राजनीति में करियर बनाने का सपना इलाहाबाद में ही छूट गया
* अपनी नौकरी के दौरान उन्हें राजस्थान के दौसा जिले में शिक्षा के प्रोजेक्ट का काम सौंपा गया था
* नौकरी ठीक-ठाक चल रही थी तभी विवाह भी हो गया
* विवाह के डेढ़ साल बाद ही नौकरी छोड़ दी कारण था राजस्थान का जल संकट जिसने उन्हें परेशान कर दिया था
* उन्होंने तरुण भारत संघ की स्थापना की मात्र 23 हजार लेकर वे मैदान में उतरे थे
* शुरुआत में गांव के लोगों को अपने मुहिम में शामिल करने में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा
* उन्होंने बारिश के पानी को रोकने के लिए प्राचीन भारतीय प्रणाली को अपनाई और गांवों में छोटे-छोटे पोखर तालाब बनाने शुरू कर दिए
* ऐसा माना जाता है कि इस पोखर में बरसात का पानी भर जाता है फिर इस पानी को मिट्टी धीरे-धीरे सोख लेती है इससे पानी का स्तर बढ़ने लगता है
* उन्होंने पुराने कुँए और जोहड़ों को दोबारा जिंदा करने की मुहिम आगे बढ़ चली इसी क्रम में पहला जोहड़ बनाने के लिए मनोटा कोयाला इलाके को चुना गया
* ऐसा माना जाता है कि उनके और गांव वालों की मेहनत से 6 मार्च 1987 को मनोटा कोयाला में पहला जोहड़ का काम शुरू हुआ, जो सफल रहा
* इस जोहड़ में जल संचय के फार्मूले को कामयाबी मिलने के बाद सिलसिला आगे बढ़ता रहा देश के कई इलाकों में राजेन्द्र के नेतृत्व में पानी को इकठ्ठा करने के लगभग साढ़े छह हज़ार जोहड़ो का निर्माण कराया गया
* राजेन्द्र सिंह ने राजस्थान के अलवर जिले की तस्वीर ही बदल दी अलवर की जमीन, बंजर हुआ करती थी, जिसे राजेन्द्र ने अपने जल संरक्षण प्लान के तहत हरा-भरा कर दिया
* उनके सार्थक प्रयासों से कई नदियों और तालाबों को पुनर्जीवित किया
* आज करीब साढ़े छह हजार जोहड़ों का निर्माण हो चुका है और राजस्थान के करीब 1000 गाँवों में पानी उपलब्ध हो गया है
* वर्तमान में राजेंद्र सिंह की ये मुहीम समूचे भारत में फ़ैल गई हैं और वह 'वॉटरमैन ऑफ इंडिया' कहलाते हैं
* राजेंद्र सिंह को स्टाकहोम में पानी का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले स्टॉकहोम वाटर प्राइज से नवाजा जा चुका है
* वर्ष 2008 में गार्डियन ने उन्हें 50 ऐसे लोगों की सूची में शामिल किय

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