Sunday 19 January 2020

नौलखा जानकी मंदिर (जनकपुर, नेपाल)

नौलखा जानकी मंदिर (जनकपुर, नेपाल)
* जनकपुर का नौलखा जानकी मंदिर भारत और नेपाल के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है
* यह मंदिर भगवान राम एवं सीता को समर्पित है
* यह ऐतिहासिक मंदिर हिंदू राजपूत वास्तुकला शैली का सुंदर नमूना है
* मंदिर नेपाल के जनकपुर प्रांत के धनुषा जिला में स्थित है
* इस मंदिर को नौलखा मंदिर भी कहा जाता है
* यह मंदिर 4860 वर्ग फीट में फैला है
* मंदिर के गर्भ गृह में भगवान श्री राम माता सीता और लक्ष्मण जी की शुद्ध सोने की मूर्तियां है
* किंवदंती के अनुसार सीता जी की यह सोने की मूर्ति इसी स्थान पर एक संत सूरदास जी को खुदाई कराने पर 1657 में प्राप्त हुई थी
* खुदाई वाली जगह परही  नौलखा जानकी मंदिर बना है
* मंदिर परिषद के आसपास 15 किलोमीटर के दायरे में 115 सरोवर एवं कुंड है जिसमें गंगासागर कुंड सबसे पवित्र एवं प्रसिद्ध है
* किंवदंतियों के अनुसार गंगासागर कुंड को महाराजा जनक ने गंगाजल से भरवाया था यह कुंड मंदिर परिसर में है
* कथाओं के अनुसार गंगासागर कुंड के जल से सीता जी शिवजी के उस पिनाकी धनुष का अभिषेक करती थी जिसके भंग होने के बाद सीता जी और भगवान राम का विवाह संपन्न हुआ था
* जनकपुर में दर्जनों मंदिर है इनमें सबसे भव्य यह नौलखा जानकी मंदिर ही है
* मंदिर का निर्माण टीकमगढ़ की महारानी वृषभानु कुमारी ने पुत्र प्राप्ति की कामना से करवाया था
* मंदिर का निर्माण प्रारंभ होने के 1 वर्ष के अंदर ही वृषभानु कुमारी को पुत्र प्राप्त हुआ
* नौलखा जानकी मंदिर के निर्माण कार्य में ही वृषभानु कुमारी का निधन हो जाने के बाद उनकी बहन नरेंद्र कुमारी ने मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करवाया
* यहां का मुख्य मंदिर सफेद संगमरमर का है
* प्रमुख मंदिर के पीछे एवं जानकी मंदिर की उत्तर ओर अखंड कीर्तन भंवन है जिसमें 1961 से सीताराम नाम का कीर्तन 24 घंटे अखंड चलता रहता है
* परिसर के भीतर ही राम जानकी विवाह मंडप है मंडप के खंभों और दूसरी जगहों को मिलाकर कुल 108 प्रतिमाएं हैं
* मंडप में अगहन मास की पंचमी जिसे विवाह पंचमी भी कहा जाता है को पूरे रीति-रिवाज से प्रतिवर्ष राम जानकी का विवाह किया जाता है
* जनकपुर में कई अन्य मंदिर और तालाब है प्रत्येक तालाब के साथ अलग-अलग कहानियां है
* विवाह मंडप के चारों ओर चार छोटे-छोटे कोहबर (वर कन्या का मिलन गृह) है इनमें सीता-राम, मांडवी-भरत, उर्मिला-लक्ष्मण एवं श्रुतिकीर्ति-शत्रुघ्न की मूर्तियां है
* जनकपुर धाम नेपाल भारत की सीमा पर नेपाल में स्थित है यहां जाने के लिए सबसे सुगम सड़क मार्ग ही है
* बिहार के सीतामढ़ी से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है सीतामढ़ी से जनकपुर की दूरी मात्र 45 किलोमीटर है
* नजदीकी हवाई अड्डा नेपाल का जनकपुर एयरपोर्ट है रेलवे से आने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन बिहार का सीतामढ़ी है

No comments: