Thursday 18 October 2018

जीवन का सबसे पुराना साक्ष्य

☠ 💀 जीवन का सबसे पुराना साक्ष्य 💀 ☠

हाल ही में ओमान, साइबेरिया और भारत से प्राप्त चट्टानों से शोधकर्त्ताओं को जीवन का सबसे पुराना साक्ष्य मिला है।

शोध से पता चलता है कि समुद्री स्पंज 660 मिलियन वर्ष पहले नियो प्रोटेरोजोइक युग (660-635 मिलियन वर्ष पूर्व) के दौरान अस्तित्व में आया, जो कैम्ब्रिअन विस्फोट से कम से कम 100 मिलियन वर्ष पूर्व था।

प्राचीन चट्टानों और तेलों में, शोधकर्ताओं ने स्टेरॉयड यौगिक पाया जो केवल स्पंज द्वारा उत्पादित होता है तथा यह यौगिक जीवन के शुरुआती रूपों में से एक होता है।

कैम्ब्रिअन विस्फोट का तात्पर्य 541 मिलियन वर्ष पहले जीवों के संघों में विस्तार से है। यह विस्तार जानवरों कंकालीय अवशेषों से पता चलता है।
वैज्ञानिकों द्वारा पहचाना गया बायोमार्कर 26-मेथिल स्टिग्मास्टेन (26-mes) नामक एक स्टेरॉयड यौगिक है।

इसकी संरचना अनूठी है जिसे वर्तमान में आधुनिक स्पंजों की केवल कुछ प्रजातियों द्वारा संश्लेषित किया जाता है जिन्हें डेमोस्पॉन्ज़ (demosponges) कहा जाता है।

सितंबर 2018 में, शोधकर्ताओं की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने दावा किया कि दुनिया के सबसे पुराने जीवाश्म, जिसे डीकिसोंनिया के नाम से जाना जाता है, जो पहली बार 571 मिलियन से 541 मिलियन वर्ष पहले अस्तित्व में आया था।
प्राप्त साक्ष्य को डीकिसोंनिया से 100 मिलियन वर्ष पहले का बताया जा रहा है।

यह खोज वैज्ञानिकों को भूगर्भ विज्ञान और जीवविज्ञान की उस पारस्परिक क्रिया को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकती है जिसने पृथ्वी पर जटिल जीवन के विकास को प्रेरित किया।

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