: मोदी सरकार की टॉप 10 अति लोकप्रिय योजनाएं
१.प्रधानमंत्री उज्जवला योजना
महिला सशक्तिकरण की दिशा में ये योजना बहुत ही सफल और लोकप्रिय साबित हो रही है। इसके तहत गरीब परिवार की महिलाओं को केंद्र सरकार की ओर से निशुल्क एलपीजी कनेक्शन दिए जाने की व्यवस्था है। इस स्कीम के तहत कुल 5 करोड़ गरीब परिवारों के एलपीजी कनेक्शन दिए जाने हैं, ताकि माताएं और बहनों की सेहत की सुरक्षा हो सके। अब तक इस स्कीम के तहत 2.20 करोड़ से अधिक एलपीजी कनेक्शन बांटे जा चुके हैं। मोदी सरकार की अकेली इस योजना ने गरीबी रेखा के नीचे जीवन जीने वाली महिलाओं की अब जीवन के प्रति नजरिया ही बदल कर रखा दिया है। मोदी जी ने करोड़ों महिलाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट और सेहत दुरुस्त करने का काम किया है। अगर देश की महिलाएं और बच्चे स्वस्थ होंगे तो भारत भी सेहत मंद होगा और इस योजना के पीछे पीएम मोदी की यही दूर-दृष्टि काम कर रही है।
२.बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की रूपरेखा गिरते शिशु लिंगानुपात के समाधान के लिए बनाई गई है। प्रारंभ में 2015 में, चुने हुए 100 जिलों में यह योजना शुरू की गई। यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक त्रि- मंत्रिस्तरीय पहल है। 19 अप्रैल 2016 को 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के कम लिंगानुपात वाले 61 अतिरिक्त जिलों में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम’ (BBBP) की शुरुआत की गई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना के पहले साल में BBBP जिलों में जन्म के समय लिंगानुपात में 49 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। BBBP जिलों में जन्म के समय लिंगानुपात में न्यूनतम 10 अंकों की वृद्धि का लक्ष्य है और अगले पांच सालों में धीरे-धीरे इसे और अधिक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना से कुछ अन्य उपलब्धियां भी हासिल हुईं हैं, जिसमें बालिकाओं के स्कूल ड्रॉपआउट में गिरावट, 100 प्रतिशत संस्थागत प्रसव, हर गांव में गुड्डा-गुड़िया बोर्ड का गठन, लड़कियों/महिलाओं की सुरक्षा एवं स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालयों की व्यवस्था भी शामिल है।
३.सुकन्या समृद्धि योजना
बेटी घर की लक्ष्मी है। शक्ति स्वरूपा है। बेटी की पढ़ाई और उसकी शादी आप टेंशन फ्री होकर कर सकें इसके लिए सरकार हर कदम आपके साथ है। पैसे की टेंशन को दूर करने के लिए मोदी सरकार की स्कीम है सुकन्या समृद्धि योजना। देश की बेटी आत्मनिर्भर बने और तरक्की करे, इसके लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कैंपेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की थी। अब देश की हर बच्ची का भविष्य सुरक्षित रहेगा और उसका अपना एक सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट होगा। अकाउंट खुलवाना काफी आसान है। आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में बेटी के नाम से खाते खुलवाने होते हैं। आमतौर पर जिस बैंक में पीपीएफ अकाउंट खुलते हैं, आप वहां बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवा सकते हैं। ये योजना बालिकाओं के सुनहरे और सुरक्षित भविष्य के लिए बनाई गई है, जिसके तहत उन्हें पूरी शिक्षा और 18 साल की होने पर शादी के खर्च की व्यवस्था सुनिश्चित होती है। ये योजना बालिकाओं और उनके माता-पिता को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए लागू की गई है, जिसमें छोटे निवेश पर ज्यादा ब्याज दर का इंतजाम है।
४.स्वच्छ भारत अभियान
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ स्वच्छ भारत अभियान आज स्वतंत्र भारत का बहुत ही महत्वपूर्ण जन आंदोलन बन चुका है। देश को स्वच्छ करने की जो पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, वैसा पहले कभी किसी ने नहीं सोचा था। अभियान की शुरुआत करते हुए उस दिन श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत उन्हें स्वच्छ भारत के रूप में सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि दे सकता है।” स्वच्छ भारत अभियान के शुरू हुए अभी करीब ढाई साल ही हुए हैं, लेकिन स्वच्छता के प्रति देश सजग हो गया है, साफ-सफाई के प्रति सोच बदल गई है। इस योजना के तहत देशभर के गांवों में करीब 4 करोड़ घरों में शौचालय का निर्माण हुआ है और लगभग 2 लाख गांव खुले में शौच से मुक्ति पा चुके हैं। जबकि शहरों में 31 लाख से अधिक घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है और एक लाख 15 हजार से ज्यादा सामुदायिक शौचालयों का निर्माण हुआ है।
५.प्रधानमंत्री आवास योजना
अपना खुद का घर होना हर इंसान का एक सपना होता है। लोगों के इसी उम्मीद को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2022 तक सबको घर देने का वादा किया है। ये योजना मिशन मोड में जारी है। सरकार लोगों को सस्ते घर बनवाकर भी दे रही है और घर खरीदने में भी मदद देने को तैयार बैठी है। मोदी सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से ये योजना भी एक है। इसके तहत शहरों में अबतक करीब 7 लाख पक्के घरों का निर्माण हो चुका है। जबकि ग्रामीण इलाकों में ये योजना पूरे युद्धस्तर पर जारी है।
६.स्टार्ट अप इंडिया
स्टार्टअप ने युवा भारत की तस्वीर बदल कर रख दी है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयास से भारत स्टार्टअप के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन के बाद दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। स्टार्टअप पर नई नीति लागू होने के बाद हजारों करोड़ रूपये का निवेश हुआ है। बड़ी बात ये है कि इसमें महिलाओं की भी जबर्दस्त भागेदारी है। इससे 2020 तक करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। क्योंकि अब नौकरी का मतलब सिर्फ चपरासी और अफसर होना नहीं है। नौकरी का मतलब आत्मनिर्भर होना है। 10 हजार करोड़ रुपये के कोष से खड़ा हुआ स्टार्टअप अब लोगों को आत्मनिर्भर बना रहा है।अबतक करीब 8 सौ स्टार्ट अप का पंजीकरण हुआ है और सरकार ने 10 तरह के स्टार्ट अप को टैक्स से छूट दिया है।
७.प्रधानमंत्री MUDRA बैंक योजना
ये योजना भी छोटे और मझोले कारोबारियों का आर्थिक मदद देकर उनके व्यापार में सहयोग करने के लिए शुरू की गई है। इसके तहत 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का बैंकों से उधार देने की व्यवस्था है। इस योजना ने छोटे कारोबारियों की दुनिया रोशन कर दी है। इस योजना के तहत अबतक सिर्फ इस साल करीब 10 हजार करोड़ रुपये की राशि लोगों को जारी भी हो चुकी है। वैसे MUDRA योजना से 7.45 करोड़ उद्यमी लाभ उठा चुके हैं। 3.17 लाख करोड़ रुपये उनके बीच लोन के तौर पर बांटे जा चुके हैं।
८.प्रधानमंत्री जनधन योजना
आजादी के बाद से अबतक देश में गरीबों को बैंकों से दूर रखा गया था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इस अन्याय को मिटाने का काम किया है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत उन्होंने गरीबों को बैंकों में मुफ्त में खाता खोलने का मौका दिया है। इस स्कीम के तहत अबतक करीब 29 करोड़ नए खाताधारक बैंकिंग सिस्टम में जुड़े हैं, जिन्होंने इससे पहले बैंक का मुंह नहीं देखा था। ये योजना जहां एक तरफ गरीबों को सशक्त करने का काम कर रहा है, वहीं डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के चलते भ्रष्टाचार के एक बहुत बड़े रास्ते को सरकार ने हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दिया है। इन खातों में आज के दिन लगभग 65 हजार करोड़ रुपये जमा हैं।
९.दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
नरेंद्र मोदी सरकार देश के हर गांव के हर घर तक बिजली पहुंचाने में तेजी से लगी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2015 को स्वतंतत्रा दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए 1000 दिनों के अंदर बिजली से वंचित सभी गांव को बिजली प्रदान करने का संकल्प व्यक्त किया था। इसलिए केंद्र सरकार मई 2018 तक हर गांव में बिजली पहुंचा देना चाहती है। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत देश के पांच लाख, 97 हजार, 464 गांवों में से पांच लाख, 91 हजार, 581 गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है। सरकार ग्रामीण इलाके तक बिजली पहुंचाने के लिए 75 हजार 600 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
१०.प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
इस योजना ने देश के किसानों की खेती के प्रति राय बदल दी है। जो लोग खेती को रोजगार के अंतिम उपाय के तौर पर देखते थे, इस योजना ने उनकी सोच बदल दी है। वो अन्य व्यवसाय की तरह जोखिम लेने के लिए तैयार हो रहे हैं। मोदी सरकार का संकल्प कि साल 2022 तक देश के किसानों की आय दो गुना हो जाय। इस योजना की सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पहले किसान अपनी फसलों का जितना बीमा करवाते थे उसकी संख्या अबतक 7 गुना बढ़ चुकी है। यही वजह है कि साल 2016-17 में इसके प्रीमियम पर 13,240 करोड़ रुपये खर्च हुए। चालू वित्त वर्ष 2017-18 में इसके लिए 9 हजार करोड़ रुपये आवंटित किया गया है।
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