आर्थिक तंगी से जूझ रहा UN: गुतरेस ने सदस्य देशों को लिखी चिट्ठी
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●एंटोनियो गुतरेस ने चेतावनी दी कि यूएन जैसा हाई लेवल ऑर्गनाइजेशन इस तरह की आर्थिक तंगी या दिवालियापन नहीं झेल सकता. लिहाजा जल्द ही प्रभावी कदम उठाने होंगे.
●संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने सदस्य देशों को चिट्ठी लिखकर इसकी जानकारी दी है.
●गुतरेस ने चिट्ठी में बताया कि यूएन में फंड की काफी किल्लत चल रही है, क्योंकि सदस्य देशों की तरफ से तय फंड नहीं मिल रहा.
●यूएन महासचिव के मुताबिक, ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में उन्हें जरूरी कटौती करनी पड़ेगी.एंटोनियो गुतरेस ने अपने एक बयान में कहा कि इस साल से पहले यूएन में कभी कैश-फ्लो इतना धीमा नहीं रहा.
● सदस्य देश सहयोग (फंड) देने में देरी कर रहे हैं, इसलिए ऐसा हो रहा है. गुतरेस ने बताया, 'जून के आखिर तक यूएन फंड में 139 मिलियन डॉलर (करीब साढ़े नौ सौ करोड़ रुपये) की कमी आई है.'
● 'पावरफुल' सेनाएंटोनियो गुतरेस ने चेतावनी दी कि यूएन जैसा हाई लेवल ऑर्गनाइजेशन इस तरह की आर्थिक तंगी या दिवालियापन नहीं झेल सकता.
●लिहाजा जल्द ही प्रभावी कदम उठाने होंगे.यूएन का कोर बजट अभी 5.4 बिलियन डॉलर है. 2018-19 के लिए 7.9 बिलियन डॉलर्स का बजट पीस कीपिंग फोर्स के लिए है.
●बता दें कि यूएन के 193 सदस्य देशों में से 112 देश बराबर रूप से अपना फंड देते हैं. 81 देशों को अभी भी डिफॉल्टर्स की सूची में रखा गया है.
●इन देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ब्राजील, मिस्त्र, इज़राइल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, अमेरिका और जिम्बॉम्वे जैसे देश शामिल हैं.
●भारत-चीन संबंधों में गति के कयास, अगले महीने भारत आएंगे चीन के रक्षा मंत्रीयूएन के बजट में अमेरिका सबसे ज्यादा सहयोग देता है.
●यूएन के कोर बजट में इसका 22% और पीस कीपिंग बजट में 28.5% का योगदान है. हालांकि अमेरिका अपने बजट ईयर के मुताबिक, अपना योगदान देरी से ही देता है
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