*हरभजन सिंह का जीवन परिचय :-*
हरभजन सिंह भारत के अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाडी हैं। वे *इंडियन प्रिमियर लीग के मुम्बई इंडियन्स टीम तथा पंजाब
राज्य क्रिकेट टीम (2012-13) के पूर्व कप्तान* भी हैं। हरभजन सिंह ने भारत के लिए खेले गए 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट और वहीं 236 वनडे मैचों में हरभजन सिंह 269 विकेट लिए हैं।
*हरभजन सिंह से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य :-*
हरभजन सिंह का जन्म 03 जुलाई 1980 को जालंधर पंजाब के एक सिख परिवार में हुआ था और वे पांच बहनों के इकलौते भाई है।
क्या आप जानते है कि हरभजन सिंह अपने परिवार को सपॉर्ट करने के लिए कनाडा जाकर ट्रक चलाना चाहते थे , लेकिन बाद में उनका विचार बदला और वह भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब ऑफ स्पिनर बने।
हरभजन सिंह को *टर्बनेटर (Turbanator) और भज्जी* के नाम से भी जाना जाता है।
मात्र 15 वर्ष और 4 महीने की उम्र में ही उन्होंने पंजाब-16 में जगह बना ली थी। हरियाणा के विरुद्ध अपने पहले मैच में उन्होंने 184 रन देकर 12 विकेट लिए थे।
उन्होंने वर्ष 2001 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध घरेलु टेस्ट श्रृंखला के तीन टेस्ट मैचों में 32 विकेट चटकाए थे, जिसमे एक *भारतीय द्वारा पहली टेस्ट हैट-ट्रिक* भी शामिल थी।
उन्हें सन् 2003 में क्रिकेट में उनके योगदान के लिए ‘अर्जुन पुरस्कार’ से नवाज़ा गया था।
वर्ष 2008 में, पूर्व भारतीय खिलाड़ी श्रीसंत को थप्पड़ मारने के बाद उन्हें प्रथम आईपीएल प्रतियोगिता से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
साल 2009 में उन्हें ‘पद्मा श्री’ पुरस्कार भी दिया गया था।
वे ऐसे पहले आंठवे नंबर के बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने लगातार टेस्ट मैचों में शतक लगाए हो।
उन्होंने यह कारनामा 2010 में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध घरेलु टेस्ट सीरीज में किया था।
*हरभजन सिंह टेस्ट मैचों में ऑफ-स्पिनर द्वारा सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे स्पिनर हैं।*
क्या आप जानते है कि हरभजन सिंह अपने परिवार को सपॉर्ट करने के लिए कनाडा जाकर ट्रक चलाना चाहते थे , लेकिन बाद में उनका विचार बदला और वह भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब ऑफ स्पिनर बने।
हरभजन सिंह को *टर्बनेटर (Turbanator) और भज्जी* के नाम से भी जाना जाता है।
मात्र 15 वर्ष और 4 महीने की उम्र में ही उन्होंने पंजाब-16 में जगह बना ली थी। हरियाणा के विरुद्ध अपने पहले मैच में उन्होंने 184 रन देकर 12 विकेट लिए थे।
उन्होंने वर्ष 2001 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध घरेलु टेस्ट श्रृंखला के तीन टेस्ट मैचों में 32 विकेट चटकाए थे, जिसमे एक *भारतीय द्वारा पहली टेस्ट हैट-ट्रिक* भी शामिल थी।
उन्हें सन् 2003 में क्रिकेट में उनके योगदान के लिए ‘अर्जुन पुरस्कार’ से नवाज़ा गया था।
वर्ष 2008 में, पूर्व भारतीय खिलाड़ी श्रीसंत को थप्पड़ मारने के बाद उन्हें प्रथम आईपीएल प्रतियोगिता से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
साल 2009 में उन्हें ‘पद्मा श्री’ पुरस्कार भी दिया गया था।
वे ऐसे पहले आंठवे नंबर के बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने लगातार टेस्ट मैचों में शतक लगाए हो।
उन्होंने यह कारनामा 2010 में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध घरेलु टेस्ट सीरीज में किया था।
*हरभजन सिंह टेस्ट मैचों में ऑफ-स्पिनर द्वारा सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे स्पिनर हैं।*
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