Sunday 22 July 2018

प्राचीन भारतीय इतिहास के आधुनिक लेखक (9 Qus) Modern writers of ancient Indian history

प्राचीन भारतीय इतिहास के आधुनिक लेखक (9 Qus)
Modern writers of ancient Indian history

1.  भारतीय इतिहास के लेखकों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?

(A) पांडुरंग वामन काणे के कीर्तिस्तंभ ‘हिस्ट्री ऑफ धर्मशास्त्र’ सामाजिक नियमों और आचारों का विश्वकोश है।
(B) देवदत्त रामकृष्ण भंडारकर ने सम्राट अशोक पर  लेखन कार्य किया है।
(C) ए.एस. अल्तेकर ने ‘ए हिस्ट्री ऑफ साउथ इंडिया’ का लेखन किया है।
(D) डी.डी. कोसंबी ने अपने लेखन में भारतीय समाज के आर्थिक और सांस्कृतिक इतिहास को प्रस्तुत किया है।
Answer: (C)
व्याख्याः ए.एस. अल्तेकर और के.पी. जायसवाल जैसे कुछ विद्वानों ने देश को शकों और कुषाणों के शासन से मुक्त कराने में भारतीय राजवंशों की भूमिका का वर्णन किया है। इतिहासविद् के.ए. नीलकंठ शास्त्री ने ‘ए हिस्ट्री ऑफ साउथ इंडिया’ का लेखन किया है। अतः कथन (c) असत्य है।

पांडुरंग वामन काणे संस्कृत के प्रकांड पंडित और समाज-सुधारक हुए। उनका विशाल कीर्तिस्तंभ ‘हिस्ट्री ऑफ धर्मशास्त्र’ जो पाँच खंडों में प्रकाशित हुआ है, सामाजिक नियमों और आचारों का विश्वकोश है। अतः कथन (a) सत्य है।
देवदत्त रामकृष्ण भंडारकर ने भारत के राजनीतिक इतिहास का गंभीर अध्ययन किया है। उन्होंने अशोक पर तथा प्राचीन भारत की राजनैतिक संस्थाओं पर कई पुस्तकों का लेखन किया है। अतः कथन (b) सत्य है।
डी.डी. कोसंबी ने भारतीय इतिहास को नया रास्ता दिखलाया। वे अपना इतिहास विवेचन कार्ल मार्क्स के लेखों के अनुसार करते थे। उन्होंने प्राचीन भारतीय समाज के आर्थिक और सांस्कृतिक इतिहास को उत्पादन की शक्तियों और संबंधों के विकास में अभिन्न अंग के रूप में प्रस्तुत किया। अतः कथन (d) सत्य है।

2. भारतीय इतिहास के अध्ययन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. जर्मन विद्वान एफ. मैक्स मूलर ने ‘सेक्रेड बुक्स ऑफ द ईस्ट सीरीज़’ में भारतीय धर्म ग्रन्थों का अनुवाद किया है।
2. अंग्रेज़ों द्वारा भारतीय इतिहास के अध्ययन के फलस्वरूप यह बताया कि भारतीय समाज ऐहलौकिक और वैज्ञानिक मान्यताओं पर आधारित था।
3. ‘मनुस्मृति’ का अंग्रेज़ी अनुवाद’ ए कोड ऑफ जेन्ट्र लॉज’ के नाम से हुआ है।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनियेः

(A) केवल 1 और 2
(B)  केवल 2
(C) केवल 1 और 3
(D) 1, 2 और 3
Answer: (C)
व्याख्याः
भारतीय विद्या के अध्ययन को सबसे अधिक बढ़ावा जर्मनी के विद्वान एफ. मैक्स मूलर ने दिया। उन्होंने “Sacred Books of East Series” को कुल मिलाकर 50 खंडों में प्रकाशित करवाया। अतः कथन (1) सत्य है।
अंग्रेज़ों द्वारा भारतीय इतिहास के अध्ययन के फलस्वरूप भारत के लोगों को स्वेच्छाचारी शासन का आदी तथा परलौकिक समस्याओं में डूबे रहने वाले और जाति-प्रथा व वर्ण-व्यवस्था के सामाजिक कुचक्र में फँसा हुआ बताया है। अतः कथन (2) असत्य है।
‘मनुस्मृति’ को सबसे प्राचीन और प्रामाणिक माना जाता है। सबसे पहले 1776 में इसका अंग्रेज़ी भाषा में अनुवाद हुआ था। अतः कथन (3) सत्य है।

3. भारतीय इतिहास के अंग्रेज़ी लेखकों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. सर विलियम जोन्स ने धार्मिक ग्रन्थ भगवद्गीता का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया था।
2. विल्किन्स ने कलकत्ता में एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल की स्थापना की थी।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सत्य है/हैं?

(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 और 2 दोनों
(D) न तो 1 और न ही 2
Answer: (D)
व्याख्याः उपर्युक्त दोनों कथन असत्य हैं।
1785 में विल्किन्स ने प्रसिद्ध धार्मिक ग्रन्थ भगवद्गीता का अंग्रेज़ी अनुवाद  किया था।
1784 में सर विलियम जोन्स ने  कलकत्ता में एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल नामक शोध संस्थान की स्थापना की थी।

4. सर विलियम जोन्स ने निम्नलिखित में से किसका अंग्रेज़ी में अनुवाद किया था?

(A) मनुस्मृति
(B) भगवद्गीता
(C) अभिज्ञानशाकुंतलम्
(D) रामायण
Answer: (C)
व्याख्याः सर विलियम जोन्स ने 1789 में अभिज्ञानशाकुंतलम् नामक नाटक का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया था।

5. भारत के इतिहास का पहला सुव्यवस्थित इतिहास निम्नलिखित में से किस विद्वान ने तैयार किया?
(A) मैक्स मूलर
(B) विंसेन्ट आर्थर स्मिथ
(C) राजेन्द्र लाल मित्र
(D) विल्किन्स
Answer: (B)
व्याख्याः विंसेन्ट आर्थर स्मिथ की पुस्तक ‘Early History of India’ में उन्होंने प्राचीन भारत का इतिहास 1904 में तैयार किया था।

6. भारतीय विद्वानों द्वारा भारतीय इतिहास के अध्ययन करने के कारणों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

1. अंग्रेज़ इतिहासकारों द्वारा भारतीय इतिहास की छवि धूमिल करने के विरोध में।
2. भारतीय इतिहास का पुनर्निर्माण करने और समाज को सुधारने के लिये।
3. लोगों को स्वराज प्राप्ति हेतु प्रेरित करने के लिये।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सत्य है/हैं?

(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2
(C) केवल 2 और 3
(D) 1, 2 और 3
Answer: (D)
व्याख्याः
भारतीय विद्वानों ने, विशेषकर वे जो पाश्चात्य शिक्षा पाए हुए थे, अंग्रेज़ों द्वारा भारतीय इतिहास को तोड़-मरोड़ कर भारत के अतीत की छवि धूमिल किये जाने से क्रोधित थे। उन्होंने इंग्लैंड के फलते-फूलते औपनिवेशिक शासन के विरोध में भारतीय इतिहास का पुनर्निर्माण करने के लिये अध्ययन किया।।
भारतीय विद्वान समाज को केवल सुधारना ही नहीं चाहते थे बल्कि भारत के प्राचीन इतिहास का पुनर्निर्माण इस प्रकार करना चाहते थे कि उससे समाज को सुधारने में मदद मिले और यह कार्य भारत के लोगों को भारत के इतिहास का ज्ञान करवाकर ही संभव था।
भारतीय विद्वानों ने भारत के लोगों को भारत के स्वर्णिम इतिहास के बारे में अवगत करवाकर स्वराज प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।

7. सूची – I को सूची – II से सुमेलित कीजिये
सूची-I
(लेखक)   सूची-II
(पुस्तकें )  
A. ए.एल. बॉशम 1. ए हिस्ट्री ऑफ एन्शिएंट इंडिया
B. डी.डी. कोसंबी 2. वंडर दैट वाज़ इंडिया
C. राजेन्द्र लाल मित्र 3. एन. इन्ट्रोडक्शन टू द स्टडी ऑफ इंडियन हिस्ट्री
D. के.ए. नीलकंठ शास्त्री 4. इंडो-आर्यन्स
कूटः
A B C D

(A) 1 2 3 4
(B) 2 3 4 1
(C) 4 3 1 2
(D) 2 3 1 4
Answer: (B)

8. भारतीय इतिहास लेखकों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सत्य है/हैं?

1. रामकृष्ण गोपाल भंडारकर ने सातवाहनों के दक्कन के इतिहास का पुनर्निर्माण किया था।
2. हेमचन्द्र राय चौधरी ने महाभारत काल से लेकर गुप्त साम्राज्य के अंत तक भारतीय इतिहास का पुनर्निमाण किया था।
3. वी.ए. स्मिथ ने प्राचीन भारत के गणराज्यों के अस्तित्व के बारे में बताया था।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनियेः

(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2
(C) केवल 1 और 3
(D) 1, 2 और 3
Answer: (A)
व्याख्याः
महाराष्ट्र के रामकृष्ण गोपाल भंडारकर और विश्वनाथ काशीनाथ राजवाड़े समर्पित विद्वान थे। उन्होंने देश के सामाजिक और राजनीतिक इतिहास का पुनर्निर्माण किया। आर.जी. भंडारकर ने सात वाहनों के दक्कन के इतिहास का और वैष्णव संप्रदायों के इतिहास का पुनर्निर्माण किया। उल्लेखनीय है कि दोनों महान समाज सुधारक थे और अपने शोधों से विधवा-विवाह का समर्थन किया और जाति-प्रथा एवं बाल-विवाह जैसे कुप्रथा का खंडन किया था। अतः कथन (1) सत्य है।
हेमचन्द्र राय चौधरी ने महाभारत काल से (ईसा-पूर्व दसवीं सदी) लेकर गुप्त साम्राज्य के अंत तक प्राचीन भारत के इतिहास का पुनर्निर्माण किया। अतः कथन(2) सत्य है|
वी.ए. स्मिथ ने अपने इतिहास लेखन में सिकन्दर के आक्रमण के बारे में वर्णन किया है तथा इतिहासकार के.पी. जायसवाल ने सिद्ध किया कि प्राचीन काल में यहाँ गणराज्यों का अस्तित्व था; जो अपना शासन स्वयं चलाते थे। अतः कथन (3) असत्य है।

9. अंग्रेज़ों द्वारा भारतीय इतिहास के अध्ययन में रुचि लेने के कारणों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

भारतीय लोगों के रीति-रिवाज़ और सामाजिक व्यवस्था का ज्ञान प्राप्त करने के लिये।
भारतीय लोगों का धर्म परिवर्तन करवाने के लिये।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सत्य है/हैं?

(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 और 2 दोनों
(D) न तो 1 और न ही 2

Answer:(C)
व्याख्याः उपर्युक्त दोनों कथन सत्य हैं।
1857 के विद्रोह के पश्चात् अंग्रेज़ों ने यह महसूस किया कि उन्हें भारत पर अपना शासन मज़बूत करने के लिये यहाँ के लोगों के रीति-रिवाज़ों और सामाजिक व्यवस्थाओं का अध्ययन करना होगा।
क्रिश्चियन मिशनरियों ने भारतीय लोगों का धर्म परिवर्तन करने के लिये उनके धर्म की दुर्बलताओं को जानना आवश्यक समझा, ताकि वे धर्म परिवर्तन करा सकें और उनके द्वारा ब्रिटिश साम्राज्य को मज़बूत बनाया जा सके।

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