Monday 18 June 2018

B.Chandrakala IAS Successful Personally

B.Chandrakala IAS Successful Personally
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बी चन्द्रकला एक मेंहनती और ईमानदार आई ए एस ऑफिसर है । उन्होंने ये कर दिखाया कि इंसान मे यदि कुछ करने का जस्बा है तो द्रढ़ इक्छा शक्ति से वो कुछ भी कर सकता है। नेक राह पर चलते हुए उन्होंने प्रशासन की बारीकियों को समझा और सरकारी तंत्र में जो खामिया है ,उसको दूर करने का प्रयास किया और सफल रही । अपने कार्यो के द्वारा स्वच्छ और सम्मानजनक छवि के कारण ही आज बी.चन्द्रकला सभी राजनीतिज्ञों दलों और जनता मे लोकप्रिय है । उनके अनुसार  विकास कार्य तभी सम्भव है ,जब प्रशासन और अधिकारी वर्ग अपने कार्यो को ईमानदारी के साथ निष्ठापूर्वक करे ।

उनका जन्म 27 सितम्बर 1979 तेलंगाना के करीमनगर जिले मे हुआ । उन्होंने 12 वीं की परीक्षा केंद्रीय विद्यालय से प्राप्त की । ग्रेजुएशन कोटि वोमेन कालेज,उस्मानिया यूनिवर्सिटी , हैदराबाद से की। स्नातक में उनके विषय भूगोल ,अर्थशास्त्र और पब्लिक एडमिंस्ट्रेशन थे। उनकी प्रारंभिक लाइफ बहुत ही संघर्षपूर्ण थी। उन्होने शादी के बाद पत्राचार के माध्यम से मास्टर डिग्री अर्थशास्त्र विषय में, उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद से किया । U P S C की  U P कैडर 2008 बैच की है । उन्होंने 409 वी रैंक के साथ सफलता हासिल किया ।

बी चन्द्रकला की पति रुमुलू डिप्टी एक्सीक्यूटिव इंजीनीयर पद पर श्री रामसागर प्रोजेक्ट में कार्यरत है। उनको अपने पति का बराबर सहयोग मिलता रहा। उनकी एक पुत्री कीर्ति मीणा 10 साल की है । बी चन्द्रकला अपने परिवार से भी ऊपर उठ कर ‘वसुधैव कुटुंबकम् ‘को सर्वोपरी महत्व देती है । उनके अनुसार समाज को ही यदि परिवार बना लिया जाये तो ऊच -नीच और जाति पाति के बंधन को तोड़ा जा सकता जा सकता है।

वे 2009 से 2012 तक इलाहाबाद में S D M और C D O पद पर कार्यरत थी । उन्होने सरकारी योजनाये जैसे समाज कल्याण ,वृक्षारोपड़, पशुपालन,पर्यावरण और पंचायत से जुड़े जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करवाया । अब तक कार्यकाल में उनका कई स्थानों में स्थानांतरण हुआ । लेकिन अपनी काबिलियत और मेंहनत के द्वारा उन्होंने हर स्थानों पर  सफलता के नए आयाम स्थापित किये। 2012 में डी एम हमीरपुर और 8 जून 2014 में मथुरा डीएम का पद, इसके ठीक 129 दिनों के बाद बुलंदशहर की कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया। बुलंदशहर का ही एक वीडियो शोसल साइट पर वायरल हुआ। जिससे उनको काफी पॉपुलरटी मिली : सार्वजनिक जगह पर पर सड़क निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी मिलने पर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।  इस तरह के अनेक वाकये अपनी कार्यशैली में अपनाया और अपने कार्यो के प्रति कोताही बरतने वालों के प्रति उन्होंने कठोर रुख अपनाया।

इसके बाद बी चन्द्रकला ने बिजनौर और मेरठ में भी डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (D M)पद पर रहते हुए जनकल्याण से जुड़ीं समस्याओं को समझा और उसमे मूलभूत सुधार किये। चाहे वो स्कूल हो या कालेज ,गांव हो या शहर सबका विकास ही उनका लछ्य है । विकास कार्यो में रूकावट उन्हें बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने जनता और खुद की दूरी को कम किया है । शोसल मीडिया के माध्यम से भी कई ऐसे संदेश दिए जिससे लोगो में जागरूकता आयी।
14 नवम्बर 2016 को उन्होंने एक भव्य इवेंट का आयोजन करवाया जिसमें विश्व की सबसे बड़ी पेंटिंग को जनता के द्वारा बनवाया। यह गिनीज बुक में एक रिकार्ड है ।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायतों का तुरंत निस्तारण हो । अनुशासन को सर्वोपरि रखा, अधिकारियो के वाट्सअप ग्रुप बनाये और उसमे प्रतिदिन की उपस्थिति दर्ज कराई । टाइम मैनेजमेंट को सर्वोपरी महत्व दिया। जिससे कार्यो को समय रहते ही पूरा किया जा सके। स्वच्छ भारत मिशन के तहत उन्होंने 150 घंटो में 20 हजार शौचालयो का निर्माण कराया इससे 242 गांवों को खुले शौच से मुक्ति मिली ।

उनके अच्छे कार्यो को देखते हुए ही सरकार उन्हें स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिनिस्टरी आफ ड्रिंकिंग वाटर एंड सैनिटेशन  में डिप्टी सेक्रटरी पद पर दिल्ली स्थानांतरित किया। कार्य -भार चाहे जो भी उनको मिला हो सभी जिम्मेदारियों को उन्होंने बखूबी सफलतापूर्वक निभाया । आज के सरकारी तंत्र में बी चन्द्रकला जैसी आई ए एस आफिसर अधिकारी वर्ग और युवा वर्ग के लिए एक प्रेरणास्त्रोत की मिसाल है इसमें कोई संदेह नहीं है।

Source by : Jan Jagaran News  10.04.2017

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