Saturday 16 June 2018

12 जून: अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस

12 जून: अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस

विश्व भर में 12 जून 2018 को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया. इसका उद्देश्य बाल श्रम के विरुद्ध लोगों में जागरुकता फैलाना है.

विषय: सुरक्षित और स्वस्थ पीढ़ी

इस वर्ष बाल श्रम निषेध दिवस तथा कार्यस्थल पर सुरक्षा एवं स्वास्थ्य देखभाल दिवस दोनों एक साथ मनाये जा रहे हैं. इससे लोगों को सुरक्षा और स्वास्थ्य दोनों की जागरुकता फैलाई जा सकेगी ताकि कामकाजी लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे तथा बाल श्रम समाप्त हो सके.

इस संयुक्त अभियान का उद्देश्य सतत विकास लक्ष्यों के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य 8.8 के अनुसार 2030 सभी को सुरक्षित कामकाजी स्थल उपलब्ध कराना है. इसी प्रकार सतत विकास लक्ष्य 8.7 के अनुसार 2025 तक किसी भी प्रकार के बाल श्रम को समाप्त किया जायेगा.

एक बार इन लक्ष्यों की प्राप्त होने पर इनका लाभ अगली पीढ़ी को मिल सकेगा तथा उनमें भी कार्यस्थल पर सुरक्षा एवं बालश्रम के विरोध में भावना को बल मिलेगा.

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तथ्य एवं आंकड़े

•    विश्व भर में 15 से 24 वर्ष की आयु वर्ग के 541 मिलियन कामगार मौजूद हैं. यह विश्व के कुल श्रमिक क्षमता का 15 प्रतिशत है. इन श्रमिकों को अन्य श्रमिकों की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक घातक व्यावसायिक चोटें लगती हैं.

•    73 मिलियन से अधिक बच्चे खतरनाक कामों में हैं और 5 से 17 वर्ष के 152 मिलियन बच्चों में से लगभग आधे बाल श्रम में हैं.

•    ये बच्चे खदानों और खेतों, कारखानों और घरों, कीटनाशकों और अन्य जहरीले पदार्थों से भरे माहौल में काम करते हैं, वे भारी वजन उठाते हैं एवं प्रतिदिन लंबे समय तक काम करते हैं.

•    कई बच्चे आजीवन शारीरिक और मनोवैज्ञानिक परिणाम भुगतते हैं.

•    अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के निर्देश, 1973 (138) के अनुसार एवं बाल श्रम का विकृत रूप निर्देशिका, 1999 (संख्या 182) के अनुसार, 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी बच्चे को खतरनाक काम नहीं करना चाहिए.

यह दिवस कब से मनाया जाता है?

•    अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने बाल श्रम की समाप्ति की वैश्विक सीमा और इसे खत्म करने के लिए आवश्यक कार्रवाई और प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 2002 में बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस की घोषणा की.

•    तभी से बाल मजदूरी के प्रति विरोध एवं जगरूकता फैलाने के उद्देश्य से

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