Saturday 1 February 2020

जूनागढ़

जूनागढ़
* गिरनार पहाड़ियों की गोद में बसा हुआ जूनागढ़ गुजरात का सबसे ऊंचा स्थल है
* इस क्षेत्र में 800 से ज्यादा हिंदू और जैन मंदिर है इसलिए इसे मंदिरों का महागढ़ कहा जा सकता है
* अरब सागर के किनारे स्थित यह ऐतिहासिक सांस्कृतिक स्थान सभी धर्मों और मतों के अनुयायियों की आस्था का स्थल है
* दामोदर कुंड से शुरू होने वाली गिरनार पर्वत की परिक्रमा एवं चढ़ाई में हर धर्म और मतों के अनुयायी शामिल होते है
* महाबत खान के मकबरे को जूनागढ़ के आखिरी नवाब वंश द्वारा बनवाया गया था इसे गुजरात का ताजमहल कहा जाता है
* द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक सोमनाथ मंदिर यहां से करीब 94 किमी की दूरी पर है
* माधवपुर बीच से सूर्यास्त का नजारा जरूर देखना चाहिए यह स्थान जूनागढ़ से सोमनाथ की तरफ वाले रास्ते में है
* जूनागढ़ की देवी मां अंबा के मंदिर में नवरात्र के दिनों में भक्तों की भीड़ रहती है
* गढ़ के पहले शिखर पर जैनियों के तीर्थंकर नेमिनाथ देव का विशाल मंदिर स्थित है
* सम्राट अशोक द्वारा स्थापित 14 शिलालेखों में से एक गिरनार की गोद में बसे जूनागढ़ में स्थित है
* यहां का भवनाथ महादेव मंदिर नागा साधुओं का संसार माना जाता है महाशिवरात्रि पर यह मिनी कुंभ जैसा लगता है
* यहां का कालिका मंदिर अघोरियों का स्थान माना जाता है भवनाथ मंदिर में दर्शन के बाद लोग यहां जरूर आते है
* यह शहर महान कवि नरसिंह मेहता की नगरी है जिन्होंने गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिए की रचना की थी
* उपरकोट जूनागढ़ शहर की स्थापना से पहले गुजरात में रजवाड़े हुआ करते थे और सौराष्ट्र प्रदेश की यह नगरी सूरत राज्य का अहम हिस्सा थी
* सोरठ राज्य के किले को मौर्य राजाओं ने बनवाया था और हर राजवंश ने इसे अपने वास्तुशिल्पी से तराशा तथा अवैध गढ़ का खिताब दिलवाया
* भगवान दत्तात्रेय का मंदिर गिरनार के सबसे ऊंचे शिखर पर विराजमान है
* दातार दरगाह मंदिर को संत जमाल शाह दातार की समाधि के तौर पर बनवाया गया था यह मुस्लिम समुदाय के लिए एक दरगाह है
* राजा रानवघण द्वारा बनवाया गया रानवघण कुंआ इतना गहरा है कि ऊपर से पानी नहीं दिखता
* हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेत्री रही परवीन बॉबी जूनागढ़ के शाही घराने की सजा दी थी
* 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तब जूनागढ़ के नवाब पाकिस्तान के साथ जाने का निर्णय लिए तब सरदार पटेल की सलाह और हस्तक्षेप के बाद नवंबर 1947 में जूनागढ़ भारत के तत्कालीन बंबई राज्य का हिस्सा बना
* पुर्तगालियों ने जब दीव और दमन पर अपना आधिपत्य जमा लिया था तब यहां के राजाओं के हथियारों सहित अपना सब कुछ छोड़कर भागना पड़ा था उन्हीं हथियारों में से एक मिस्र में बनी तोप आज जूनागढ़ के किले पर रखी है
* एशियाई शेरों का इकलौता अभयारण्य जूनागढ़ से लगभग 20 किमी की दूरी पर है
* जूनागढ़ से करीब 65 किमी की दूरी पर स्थित गोंडाल जरूर जाएं यहां आपको राजसी ठाट बाट दिखेगी
* जूनागढ़ के पास स्थित जेतपुर शहर बांधणी साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है

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