Saturday 1 February 2020

महात्मा गांधी के अनमोल विचार

महात्मा गांधी के अनमोल विचार
* कमजोर कभी माफी नहीं मांगते क्षमा करना तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता है
* कुछ ऐसा जीवन जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो कुछ ऐसा सीखो जिससे कि तुम हमेशा के जीने वाले हो
* खुद में वह बदलाव लाइए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं
* अपने आप को जीवन में ढूंढना है तो लोगों की मदद में खो जाओ
* जहां प्रेम है वही जीवन है
* यह स्वास्थ्य ही है जो हमारा सही धन है सोने और चांदी का मूल्य इसके सामने कुछ नहीं है
* एक देश की संस्कृति दिलों में और अपने लोगों की आत्मा में रहता है
* सत्य एक है मार्ग कई
* कुछ करना है प्यार से करें या तो ना करें
* प्रार्थना सुबह की कुंजी है और शाम का सौंदर्य
* शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती है एक अदम्य इच्छा शक्ति से आता है
* एक विनम्र तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं
* गरीबी हिंसा का सबसे बुरा रूप है
* किसी चीज पर विश्वास करना और उसे ना जीना बेईमानी है
* भगवान का कोई धर्म नहीं है
* मनुष्य अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है वह जो सोचता है वही बन जाता है
* अगर मुझ में हास्य की भावना नहीं होती तो मैं कब का आत्महत्या कर चुका होता
* क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन है
* जिस दिन प्रेम की शक्ति शक्ति के प्रति प्रेम पर हावी हो जाएगी दुनिया में अमन आ जाएगा
* सत्य कभी भी क्षति नहीं करता सिर्फ यही एक कारण है
* नैतिकता युद्ध में वर्जित है
* डर का उपयोग होता है लेकिन कायरता का कुछ नहीं है
* प्रक्रिया प्राथमिकता व्यक्त करती है
* शांति का कोई रास्ता नहीं है केवल शांति है
* अच्छा आदमी सभी जीवित चीजों का दोस्त है
* विश्वास कोई बटोरने की चीज नहीं है यह तो विकसित करने की चीज है
* पाप से घृणा करो पापी से प्रेम करो
* थोड़ा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है
* सभी धर्मों का सार एक है केवल उनके दृष्टिकोण अलग है
* मौन सबसे सशक्त भाषण है धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी
* इमानदार असहमति अक्सर प्रगति का एक अच्छा संकेत है
* मेरा जीवन मेरा संदेश है
* कर्म प्राथमिकताओं को व्यक्त करता है
* हंसी मन की गांठे बड़ी आसानी से खोल देती है
* आप आज जो करते हैं उसपर भविष्य निर्भर करता है
* तुम जो भी करोगे वह नगण्य होगा लेकिन यह जरूरी है कि तुम वो करो
* अकलमंद काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख काम करने के बाद
* मेरी अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता
* जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है
* अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के समान है जो सतह को चमकदार और साफ कर देता है
* क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है
* जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं वह साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है
* कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है लड़ते-लड़ते मर जाना
* प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुना प्रभावशाली और स्थाई होती हैं
* जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता दुख के बिना सुख नहीं होता

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