काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)
* काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) को आमतौर पर BHU के नाम से जाना जाता है
* BHU वाराणसी में स्थित एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है
* सर्वप्रथम इलाहाबाद की सड़कों पर घूमते हुए मालवीय जी ने अपने मित्रों से BHU की रूपरेखा पर विचार किया था
* 1904 में जब BHU निर्माण पर चर्चा चल रही थी तो कईयों ने इसकी सफलता पर शक किया
* नवंबर 1905 में BHU निर्माण के लिए मालवीय जी ने घर त्याग दिया
* 1 जनवरी 1906 को कांग्रेस अधिवेशन के मंच से काशी में हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा हुई
* BHU पूरी दुनिया में अकेला ऐसा विश्वविद्यालय है जिसका निर्माण भिक्षा मांगकर मिली राशि से की गई
* कुल 12 गांव को खाली कराकर BHU की स्थापना की गई
* विश्वविद्यालय को प्राप्त पूरी जमीन अर्धचंद्राकार है
* राजा ज्वाला प्रसाद ने BHU का नक्शा तैयार किया था
* यहां निर्मित भवनों इंडो गोथिक स्थापत्य कला के भव्य नमूने थे
* शुरुआत में विश्वविद्यालय की भाषा अंग्रेजी रखी गई थी
* विश्वविद्यालय में तीन संस्थान है चिकित्सा तकनीक और कृषि
* विश्वविद्यालय में 11 संकाय है चिकित्सा, कला, वाणिज्य, शिक्षा विधि, प्रबंधतंत्र, दृश्यकला, संस्कृति विद्याधर्म, विज्ञान, समाज विज्ञान, संगीत, महिला महाविद्यालय
* वाराणसी में BHU से संबंधित 4 महाविद्यालय हैं DAV PG कॉलेज, वसंता कॉलेज फॉर वुमेन, आर्य महिला कॉलेज, वसंता कॉलेज कमक्षा
* विश्वविद्यालय के भीतर प्रेस हवाई अड्डा पोस्ट ऑफिस केंद्रीय विद्यालय और प्रमुख बैंकों के कार्यालय मौजूद है
* मालवीय जी गंगा को नहर के माध्यम से विश्वविद्यालय के अंदर लाना चाहते थे
* कई विद्वानों ने अपनी पूरी संपत्ति विश्वविद्यालय निर्माण के नाम कर दिया था
* कई विद्वान निमंत्रण और कई अपनी स्वेच्छा से विश्वविद्यालय में पढ़ाने पहुंचे
* 1930 में जब मालवीय जी को बंबई में गिरफ्तार किया तब BHU के 24 छात्रों ने वहां धरना शुरू कर दिया उसमें एक छात्रा कुमारी शकुंतला भार्गवी भी थी
* स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान चंद्रशेखर आजाद राजगुरु राम प्रसाद बिस्मिल शचींद्रनाथ सान्याल आदि क्रांतिकारियों का केंद्र BHU ही था
* महाराजा विभूति नारायण सिंह आजीवन BHU के कुलाधिपति रहे
* RSS के पूर्व संचालक माधवराव सदाशिव गोलवलकर यही से जूलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट किया
* 1929 से 1942 के बीच RSS की कई शाखाएं विश्वविद्यालय में खुल चुकी थी
* विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति होने का गौरव राय बहादुर सर सुंदरलाल को प्राप्त हुआ
* मालवीय जी 1919 से 1939 तक विश्वविद्यालय के कुलपति रहे
* सर्वपल्ली राधाकृष्णन 8 वर्ष BHU के कुलपति रहे
* विश्वविद्यालय परिसर के भीतर ही विशाल विश्वनाथ मंदिर है
* 60 से ज्यादा देशों के विद्यार्थी BHU में पढ़ाई कर रहे हैं
* BHU का आदर्श वाक्य विद्ययाऽमृतमश्रुते है जिसका अर्थ है विद्या से अमृत प्राप्त होती है
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