चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस)
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को ऐतिहासिक सैन्य सुधार की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत की तीनों सेनाओं के लिए एक प्रमुख होगा जिसे सीडीएस कहा जाएगा
* प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद सीडीएस की नियुक्ति के तौर-तरीकों और उसकी जिम्मेदारियों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था
* सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने 24 दिसंबर 2019 को सीडीएस के सृजन को मंजूरी दे दी
* सीडीएस यानि चीफ ऑफ डिफेंस भारतीय थल सेना जल सेना और वायु सेना का संयुक्त प्रमुख है
* सीडीएस का पद 4 स्टार जनरल के बराबर होगा
* सीडीएस सरकार (रक्षा मंत्री) के प्रधान सैन्य सलाहकार होंगे हालांकि तीनों सेनाओं के प्रमुख पहले की तरह अपने क्षेत्र से संबंधित मामलों में रक्षा मंत्री को सलाह देते रहेंगे
* सीडीएस तीनों सेनाओं से संबंधित मुद्दों पर सरकार और सैन्य बलों के बीच संपर्क सेतु की तरह काम करेंगे
* सीडीएस के पद पर नियुक्त किए जाने वाले अधिकारी पर सेना के तीनों अंगों के बीच काम काज में समन्वय स्थापित करने और वित्तीय मामलों में सलाह देने की जिम्मेदारी होगी
* सीडीएस के पास तीनों सैन्य प्रमुखों समेत कोई मिलिट्री कमांड नहीं होगा यह तीनों सेनाओं का प्रशासक होगा
* सीडीएस डिफेंस ऐक्विजीशन काउंसिल और डिफेंस प्लानिंग काउंसिल का सदस्य होगा
* 1999 में कारगिल समीक्षा समिति ने सरकार को एकल सैन्य सलाहकार के तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सृजन का सुझाव दिया था
* सीडीएस का सबसे बड़ा फायदा युद्ध के समय होगा युद्ध के समय तीनों सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय कायम किया जा सकेगा इससे दुश्मनों का सक्षम तरीके से मुकाबला करने में मदद मिलेगी
* सीडीएस बनने वाले व्यक्ति को कार्यकाल पूरा करने के बाद कोई सरकारी पद नहीं मिलेगा वह पद छोड़ने के बाद 5 साल की अवधि में सरकार की इजाजत के बगैर किसी निजी रोजगार को भी हासिल नहीं कर सकेगा
* सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff) बने गए हैं
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