Sunday 4 November 2018

सांस्कृतिक_तथा_धार्मिक_गतिविधियाँ

#मध्यकालीन_भारत(#प्रो_सतीश_चन्द्र)  
#अध्याय-17
#सांस्कृतिक_तथा_धार्मिक_गतिविधियाँ

प्रश्न 11:- ‘फैजी’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. यह हुमायूँ के अनुवाद विभाग से संबंधित था।
2. महाभारत का फारसी अनुवाद फैजी की देखरेख में हुआ था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
कूटः
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2 दोनों
D) न तो 1 और न ही 2

उत्तरः (b)
व्याख्याः
#फैजी फारसी का बहुत बड़ा विद्वान था और अबुल फजल का भाई था। यह अकबर के अनुवाद विभाग से संबंधित था। अतः कथन 1 असत्य है।
महाभारत का फारसी अनुवाद फैजी की देखरेख में किया गया था। अतः कथन 2 सत्य है।

प्रश्न 12:- मुगलकालीन संगीत के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. अकबर ग्वालियर के प्रसिद्ध गायक तानसेन का संरक्षक था।
2. औरंगज़ेब कुशल वीणावादक था।
3. भारतीय शास्त्रीय संगीत पर सर्वाधिक फारसी भाषा में रचनाएँ औरंगज़ेब के काल में हुई थी।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सत्य है/हैं?
कूटः
A) केवल 1
B) केवल 2
C) केवल 1 और 2
D) 1, 2 और 3

उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।
#तानसेन को अकबर का संरक्षण प्राप्त था। इसे कई रागों की रचना का श्रेय भी दिया जाता है।
औरंगज़ेब को संगीत में रुचि नहीं थी उसने अपने दरबार से गायन को खत्म कर दिया था, लेकिन वाद्ययंत्रों को रहने दिया था, क्योंकि वह कुशल वीणावादक था।
औरंगज़ेब के शासनकाल में ही सर्वाधिक भारतीय शास्त्रीय संगीत पर फारसी में पुस्तकों की रचना की गई थी। संगीत के क्षेत्र में कुछ घटनाएँ मोहम्मद शाह के शासनकाल में घटी थीं।

प्रश्न 13:- सिखों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. सिख आंदोलन गुरु नानक की शिक्षा और गुरु-परंपरा से घनिष्ठ रूप से संबंधित था।
2. गुरु अर्जुनदास ने ‘आदिग्रंथ’ का संकलन किया।
3. अर्जुनदास ने ऐश्वर्यपूर्ण जीवन त्यागने पर ज़ोर दिया।
उपर्युक्त कथनों में कौन-से सत्य हैं?
A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 1 और 3
D) 1, 2 और 3

उत्तरः (a)
व्याख्याः
#सिख आंदोलन का मूल गुरु नानक की शिक्षाओं में निहित था तथा उनका विकास गुरु परंपरा से घनिष्ठ रूप से संबंधित था। अतः कथन (1) सत्य है।
पाँचवे गुरु अर्जुनदास ने सिखों के धर्मग्रथ ‘आदिग्रंथ का संकलन किया था। अतः कथन (2) सत्य है।
अर्जुनदास ने कहा कि गुरु में आध्यात्मिक और अधिभौतिक दोनों प्रकार का नेतृत्व समाहित है। इस विचार पर ज़ोर देते हुए ऐश्वर्यपूर्ण जीवन शैली अपनाने पर ज़ोर दिया था। अतः कथन (3) सत्य नहीं है।

प्रश्न 14:- मुगल-सिख संघर्ष के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. जहाँगीर के समय सिख-मुगल संघर्ष प्रारंभ हुआ था।
2. खुसरो की मदद करने के आरोप में जहाँगीर ने अर्जुनदास व हरगोविंद को कैद में रखा था।
3. इनका संघर्ष धार्मिक न होकर व्यक्तिगत व राजनीतिक था।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सत्य है/हैं?
A) केवल 1 और 2
B) केवल 2
C) केवल 1 और 3
D) 1, 2 और 3

उत्तरः (d)
व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।
#अकबर सिख गुरुओं से बहुत प्रभावित था वह उनसे मिलने अमृतसर जाया करता था परंतु जहाँगीर के समय दोनों के बीच संघर्ष प्रारंभ हो गया था।
जहाँगीर ने आरोप लगाया कि गुरु अर्जुनदास ने शाहजादा खुसरो की मदद पैसे और प्रार्थना से की अतः उसने अर्जुनदास और उनके उत्तराधिकारी हरगोविंद को कैद में रखा था।
सिख और मुगल शासकों के बीच संघर्ष का कारण धार्मिक न होकर व्यक्तिगत और राजनीतिक था।

प्रश्न 15:- निम्नलिखित युग्म पर विचार कीजियेः
मध्यकालीन संत।        संबंधित दर्शन
1. संत दादू              : प्रवृत्ति दर्शन
2. रामानंद                : असांप्रदायिक पंथ
3. शेख अहमद सरहिंदी  : तौहीद
उपर्युक्त युग्मों में कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
A) केवल 1
B) केवल 2
C) केवल 3
D) केवल 1 और 3

उत्तरः (c)
व्याख्याः
#गुजरात में जन्में संत दादू ने ‘निपख’ यानी असांप्रदायिक पंथ की शिक्षा दी तथा ब्रह्म की अखण्डता पर ज़ोर दिया। अतः युग्म 1 सही सुमेलित नहीं है।
महाराष्ट्र के रामानंद ने ‘प्रवृत्ति दर्शन’ का प्रतिपादन किया था। अतः युग्म 2 सही सुमेलित नहीं है।
नक्शबंदी सिलसिले के अनुयायी शेख अहमद सरहिंदी अकबर के काल में भारत आए और ‘तौहीद’ अर्थात् ईश्वर की एकता की अवधारणा का विरोध किया और उसे इस्लाम के खिलाफ बताकर उसकी तीव्र अलोचना की। अतः युग्म 3 सही सुमेलित है।

प्रश्न 16:- ‘राजस्थानी और पंजाबी पहाड़ी शैली’ का विकास निम्नलिखित में से किस मुगल शासक के शासनकाल में हुआ था?
A) अकबर
B) जहाँगीर
C) शाहजहाँ
D) औरंगज़ेब

उत्तरः (d)
व्याख्याः #मुगल बादशाह औरंगज़ेब को चित्रकला में रुचि नहीं थी। अतः उसने अपने दरबार से चित्रकारों को बेदखल कर दिया था जिसके परिणामस्वरूप मुगल चित्रकारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में चित्रकला का विकास किया उसी संदर्भ में राजस्थानी और पंजाबी पहाड़ी शैली का विकास हुआ।

प्रश्न 17:- ‘राजस्थानी शैली की चित्रकला’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः
1. इस शैली में पश्चिम भारतीय या जैन शैली का मिश्रण मुगल शैली में किया गया था।
2. इस शैली में शिकार के दृश्य, राधा-कृष्ण की प्रेम लीला, बारहमासा और रागों को चित्रित किया गया था।
3. पंजाबी पहाड़ी शैली इससे भिन्न शैली थी।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?
A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 2
D) केवल 3

उत्तरः (a)
व्याख्याः
#राजस्थानी शैली की चित्रकारी में पश्चिम भारतीय या जैन शैली की पूर्ववर्ती परम्पराओं का मिश्रण मुगल शैली की चित्रकारी में किया गया। अतः कथन 1 सही है।
इसमें पुराने विषयों का समावेश किया गया, जैसे- शिकार के दृश्य, राधा-कृष्ण की प्रेमलीला जैसे मिथकीय विषयों, बारहमासा और रागों का चित्रण प्रमुख रूप से हुआ है। अतः कथन (2) सत्य है।
पंजाबी पहाड़ी शैली ने भी राजस्थानी शैली की परम्पराओं को जारी रखा। अतः कथन (3) सही नहीं हैं।

प्रश्न 18:- ‘दाराशिकोह’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों विचार कीजियेः
1. उसने ‘गीता’ का फारसी भाषा में अनुवाद कराया था।
2. उसने ‘वेदों’ को ‘दिव्य ग्रंथ’ की संज्ञा दी थी।
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सत्य है/हैं?
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2 दोनों
D) न तो 1 और न ही 2

उत्तरः (c)
व्याख्याः उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं।
#मुगलशासक दाराशिकोह स्वभाव से विद्वान और सूफी था। उसे धर्मतत्त्वज्ञों के सम्मेलन में आनंद मिलता था। उसने काशी के पंडितों की मदद से ‘गीता’ का फारसी भाषा में अनुवाद कराया था।
दारा ने वेदों का संकलन भी कराया और वेदों को दिव्य ग्रंथ की संज्ञा दी थी और उन्हें पाक कुरान से मेल खाता हुआ बताया। वह हिन्दू व इस्लाम धर्म में मूलभूत अंतर नहीं मानता था।

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