#current_affairs_special
#महिला_गौरव_एक्सप्रेस
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम अपनी बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन के साथ-साथ सी.सी.टीवी.
कैमरा और जी.पी.एस. व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम लगाने का प्रयोग शुरू किया। इन बसों को महिला गौरव एक्सप्रेस का नाम दिया। जिसका उद्घाटन केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने नई दिल्ली में बीकानेर हाउस में किया। पहले चरण में रोड़वेज की 2382 बसों में इस तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम इस तरह प्रयोग करने वाला देश का पहला निगम हो गया।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 मार्च, 2018 को झुन्झुनूं(राजस्थान) से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को शेष सभी जिलों में शुरू किया।
यह अभियान देश के 714 नए जिलों में शुरू किया।
यह अभियान 22 जनवरी 2015 को देश के 100 जिलों में शुरू किया गया। फिर इसमें 61 जिलों को शामिल किया गया। अर्थात् अभी यह देश के 161 जिलों में चल रहा था।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मिशन के पहले चरण में झुन्झुनूं लिंगानुपात वृद्धि के मामले में राजस्थान में सबसे आगे रहा। इसलिए झुन्झुनू जिले का चयन किया गया।
इस योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा देश के 100 जिलों में की गई। जहां पिछले 10 वर्षो में लिंग अनुपात में तेजी से गिरावट आई थी।
इस योजना का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त करना और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना।
बालिकाओं के प्रति होने वाले भेदभाव को खत्म करना है।
यह योजना राज्य के 10 जिलों(अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, झुन्झुनू, जयपुर, सीकर, करौली, सवाई माधोपुर और श्रीगंगानगर) में संचालित कि जा रही है।
योजना के द्वितीय चरण में चार नये जिलों(जैसलमेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और टोंक) का जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 मार्च, 2018 को झुन्झुनूं(राजस्थान) से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को शेष सभी जिलों में शुरू किया।
यह अभियान देश के 714 नए जिलों में शुरू किया।
यह अभियान 22 जनवरी 2015 को देश के 100 जिलों में शुरू किया गया। फिर इसमें 61 जिलों को शामिल किया गया। अर्थात् अभी यह देश के 161 जिलों में चल रहा था।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मिशन के पहले चरण में झुन्झुनूं लिंगानुपात वृद्धि के मामले में राजस्थान में सबसे आगे रहा। इसलिए झुन्झुनू जिले का चयन किया गया।
इस योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा देश के 100 जिलों में की गई। जहां पिछले 10 वर्षो में लिंग अनुपात में तेजी से गिरावट आई थी।
इस योजना का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त करना और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना।
बालिकाओं के प्रति होने वाले भेदभाव को खत्म करना है।
यह योजना राज्य के 10 जिलों(अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, झुन्झुनू, जयपुर, सीकर, करौली, सवाई माधोपुर और श्रीगंगानगर) में संचालित कि जा रही है।
योजना के द्वितीय चरण में चार नये जिलों(जैसलमेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और टोंक) का जोड़ा गया है।
सारथी योजना
24 जनवरी 2018
लक्ष्य - शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बालिका काॅलेजों और स्कूलों में लड़कियों को अपराध के खिलाफ आवाज उठाने औश्र लड़ने के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह योजना शुरू की गई।
लक्ष्य - शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बालिका काॅलेजों और स्कूलों में लड़कियों को अपराध के खिलाफ आवाज उठाने औश्र लड़ने के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह योजना शुरू की गई।
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