दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री
दिल्ली से सटे नोएडा को दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री के तौर पर तोहफा मिला। भारत दौरे पर आए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और पीएम नरेंद्र मोदी ने मिलकर नोएडा के सेक्टर 81 में इस फैक्ट्री का उद्घाटन
किया। 35 एकड़ में फैली इस मोबाइल फैक्ट्री में हर महीने 1 करोड़ मोबाइल फोन के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। सैमसंग की इस मोबाइल फैक्ट्री के बारे में आपको 10 खास बातें हैं।
क्या है
35 एकड़ में फैली फैक्ट्री में सैमसंग ने करीब पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है
सैमसंग नोएडा में मोबाइल फोन निर्माण की अपनी वर्तमान क्षमता 6.8 करोड़ यूनिट सालाना को चरणबद्ध विस्तार से बढ़ाकर 12 करोड़ यूनिट करेगी
नई फैक्ट्री में न सिर्फ मोबाइल बल्कि सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे रेफ्रिजरेटर और फ्लैट पैनल वाले टेलीविजन का उत्पादन भी दोगुना हो जाएगा
सैमसंग ने भारत में 1995 में अपना पहला प्लांट लगाया था। नोएडा से पहले श्रीपेरुंबदूर में प्लांट लगाया गया था। इसके अलावा देश में पांच आरएंडडी सेंटर हैं। देश में कंपनी के 1.5 लाख रिटेल आउटलेट हैं।
सैमसंग का 2016-17 में मोबाइल बिजनेस रेवेन्यू 34,400 करोड़ रुपये है। साथ ही अगर इसकी सेल्स की बात करें तो यह 50,000 करोड़ रही है। सैमसंग ने 70,000 लोगों को रोजगार दिया है।
भारत में बने मोबाइल को दुनियाभर में निर्यात करने के लिए सैमसंग ने 'मेक फॉर द वर्ल्ड' का लॉन्च भी किया।
शुरू में यहां मोबाइल फोन बनेंगे और दूसरे चरण में फ्लैट पैनल टेलिविजन और रेफ्रिजरेटर बनाने की योजना है।
प्रदेश व केंद्र सरकार के निर्देश पर नोएडा अथॉरिटी के सहयोग से कम समय में इतनी बड़ी यूनिट बनकर तैयार हो गई।
सैमसंग के इस यूनिट से करीब 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेग
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