Sunday 17 June 2018

Target UPSC इसे सिर्फ एक बार जरूर पढ़े......उत्तर प्रदेश की मिट्टी

Target UPSC

इसे सिर्फ एक बार जरूर पढ़े......उत्तर प्रदेश की मिट्टी
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प्रदेश के भॉवर - तराई का प्रदेश की मिट्टी कंकडो-पत्थरों तथा मोटे बालुओं से निर्मित है|उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक मात्रा में जलोढ मिट्टी पायी जाती है|जलोढ मिट्टी का निर्माण कॉप, कीचड़, और बालू से हुआ है |जलोढ़ मिट्टी में पोटाश और चूना सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है |उत्तर प्रदेश के कुछ पश्चिमी जिलों में मरुस्थलीय मिट्टी पायी जाती है|लाल, परवा,  मार,  रकार और भोंता आदि मिट्टी बुदेलखंड क्षेत्र में पायी जाती है|प्रदेश के कुल क्षेत्रफल के संदर्भ में नम भूमि (वेटलैण्ड) क्षेत्र का प्रतिशत है: 5.15%प्रदेश का सर्वाधिक नम भूमि (वेटलैण्ड) क्षेत्र वाला जिला: सोनभद्रप्रदेश का सबसे कम नम भूमि वाले जिले: बागपत व हाथरस

उत्तर प्रदेश में कृषि और पशुपालन

प्रदेश में कुल कृषि पारिस्थितिकीय क्षेत्र: 20उत्तर प्रदेश की कुल कार्यशील जनसंख्या के 59.3% लोग कृषि करते है|उत्तर प्रदेश को 9 कृषि – जलवायु प्रदेशों में बाँटा गया है|प्रदेश मर सिंचाई का प्रमुख साधन नलकूप है|2014-15 में उत्तर प्रदेश की फसल सघनता 157.53 प्रतिशत थी|उत्तर प्रदेश गेहूं, जौ, गन्ना, आलू और मसूर के उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है|उत्तर प्रदेश चावल के उत्पादन में देश में द्वतीय स्थान पर है|उत्तर प्रदेश में चने के उत्पादन बुदेलखंड क्षेत्र में सर्वाधिक होता है|उत्तर प्रदेश की सर्वाधिक नगदी फसल गन्ना है|उत्तर प्रदेश की सर्वाधिक गेहूं की फसल गोरखपुर में होती है|उत्तर प्रदेश की अफीम की खेती बाराबंकी में होती है|उत्तर प्रदेश में आलू निर्यात जोन आगरा में है|उत्तर प्रदेश की एकमात्र अफीम फेक्ट्री गाजीपुर में है|उत्तर प्रदेश में आम के लिए प्रशिक्षण एवं प्रयोग केन्द्र लखनऊ में स्थित है|उत्तर प्रदेश में अमरुद के लिए प्रशिक्षण एवं प्रयोग केन्द्र इलाहाबाद में स्थित है|उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक आंवला उत्पादन प्रतापगढ़ में होता है|देश में पशुधन की दृष्टि में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है|उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है|उत्तर प्रदेश अंडा उत्पादन में देश में 8वे स्थान पर है|उत्तर प्रदेश पशुचारा बैंक भरारी ( झाँसी) में है|उत्तर प्रदेश में राज्य दुग्ध परिषद् की स्थापना 1976 में की गई थी|

उत्तर प्रदेश में नदियाँ

उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियाँ: गंगा, यमुना, रामगंगा, गोमती और घाघराउत्तर प्रदेश की सर्वाधिक प्रदूषित नदी यमुना है|उत्तर प्रदेश की नदी गंगा सबसे ज्यादा प्रदूषित कन्नौज से वाराणसी तक होती हैं:गंगा में सर्वाधिक बी ओ डी कानपुर से इलाहाबाद तक मिलता है|उत्तर प्रदेश में गंगा के तट पर बसने वाले प्रमुख नगर है : शेरपुर , गाजीपुर, सैदपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सिरसा, इलाहाबाद,  श्रृंगबेरपुर, कालाकांकर , डलमऊ,  कानपुर,  बिठूर, बिल्लौर, फतेहगढ़ , कछलाघाट, गढ़मुक्तेश्वर, आदि 26 नगर हैं  उ.प्र. में गंगा की लम्बाई: लगभग 900 किमीउत्तर प्रदेश में गंगा का प्रवेश व निकास क्रमशः बिजनौर व बलिया जिलों से होता हैप्रदेश की सबसे लम्बी नदी गंगा है जो 28 जिलों से होकर बहती है |रामगंगा नदी का प्रवेश बिजनौर जिलेमें होता है| रामगंगा गंगा मे फतेहगढ़ के निकट मिलती है |काली नदी गंगा में कन्नौज के निकट मिलती है |बूंढ़ी गंगा गंगा में बदायूं में मिलती है|उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक (133 किमी) गंगा तट वाला जिला: बदायूंउत्तर प्रदेश में यमुना के तट पर बसने वाले प्रमुख नगर है: इलाहाबाद,  कौशाम्बी, हमीरपुर, इटावा, काल्पी बटेश्वर, आगरा, मथुरा, वृन्दावन, बागपत आदि 10 नगर हैं: यमुना19 जिलों से होकर बहती है|यमुना नदी का प्रवेश व समापन क्रमशः सहारनपुर व इलाहाबाद में होता है|उत्तर प्रदेश में गोमती नदी के तट पर बसने वाले नगर जौनपुर, सुल्तानपुर, लखनऊआदि हैं उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के तट पर बसने वाले नगर तट पर अयोध्या, गोला, बरहलगंज, बरहज आदि हैं :उत्तर प्रदेश में राप्ती नदी के तट पर बसने वाले नगर गोरखपुर, बरहज आदि है|उत्तर प्रदेश में गंडक नदी का प्रवेश व निकास क्रमशःमहाराजगंज व कुशीनगर जिलों में होता हैउत्तर प्रदेश में गंडक नदी को शालीग्रामी व नारायणी नाम से जाना जाता है|उत्तर प्रदेश में शारदा (काली) नदी का प्रवेश पीलीभीत जिले से होता है|उत्तर प्रदेश में शारदा नदी सरयू (घाघरा) में सीतापुर में बासरा के पास मिलती है|उत्तर प्रदेश में सिंध नदी का प्रवेश व यमुना में मिलन क्रमशः औरैया व जालौन बार्डर पर होता हैउत्तर प्रदेश में हिन्डन नदी यमुना में नोएडा के पास मिलती है |उत्तर प्रदेश में चम्बल नदी का प्रवेश आगरा जिले से होता है|उत्तर प्रदेश में चम्बल नदी यमुना में मुरादगंज (औरैया) के पास मिलती है :उत्तर प्रदेश में बेतवा नदी का प्रवेश ललितपुर से होता है|उत्तर प्रदेश में बेतवा यमुना में हमीरपुर के पास मिलती है|उत्तर प्रदेश में केन नदी का प्रवेश बांदा जिले से होता है|उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश में केन यमुना में भोजहा (बांदा) के पास मिलती है:टौंस नदी का प्रवेश व गंगा में मिलन इलाहाबाद में होता है|उत्तर प्रदेश में सेन नदी का प्रवेश व निकास सोनभद्र जिले में होता है:

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