दिल से लिखी बात दिल और दिमाग तक पंहुचनी चाहिए।
It will change your entire life....
आप में से काफी लोगो का कहना है कि पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता !
चलिए मान लेते हैं पढ़ाई में मन नहीं लगता होगा ,
लेकिन फिर किसमें मन लगता है वही बता दीजिये आज ?
दिन-रात केवल खुली आँख से सपने देखने में मन लगता है आपका या फिर सारा टाइम दोस्त यारो से messenger , chat , mobile पर बात करते रहने का मन करता है ?
या फिर दिन भर घूमते रहने का या या सोते रहने का या फिर दिन भर खाली बैठे रहने का मन करता है ?
आखिर कुछ तो करने का मन करता ही होगा न ?
बताइये ?
30-32 साल तक न अपने मन की कर लीजिये लेकिन उसके बाद क्या ?
क्योंकि आपकी Age तो Form भरने वाली ख़त्म हो चुकी होगी फिर उस उम्र के बाद जो आपका मन अभी करने को कहता है वो भी करने का मन नहीं करेगा , फिर क्या करेंगे ?
बोलिये ?
practical बात ये भी है आपके मम्मी पापा , आपके guardian , आपके रिश्तेदार आपका खर्चा देने से थोड़ा कतराने लगेंगे और एक समय ऐसा आएगा जब वो बोल देंगे " बेटा अब हमे तुम्हारा खर्चा देने में दिक्कत आ रही है " ! इसके बाद क्या ?
सोचा है आपने कुछ ?
अब क्योंकि दुनिया में आये हैं तो जीना पड़ेगा ही फिर जानते हैं फिर आपके पास कौन कौन से option सामने होंगे ?
चूंकि आप बहुत बड़े family से belong तो करते नहीं है इसलिए छोटा मोटा business करने की सोचेंगे !
उसमे या तो इधर - उधर से पैसे इकठे करके एक नमकीन , बिस्कुट , साबुन , नमक चीनी , टूथपेस्ट , मंजन वाली छोटी सी shop खोल लेंगे या फिर कोई गली के कोने में छोटे मोटे कपडे की दूकान ! हो सकता है नौबत यहां तक आ जाए ठेले पर फिर चाट ,पकौड़ी, पिज़्ज़ा, बर्गर लगाते घूमते नज़र आये या फिर कहीं कोई सब्जी की दूकान या फिर कहीं छोटी मोटी कॉपी - किताब की दूकान या फिर सड़क पर किताब या अखबार बेचते नज़र आये !
सिर्फ लड़को के लिए ही क्यों ? लड़कियों के लिए भी ऑप्शन है न , कहीं ब्यूटी पॉर्लर की दूकान या फिर हेयर सलून नहीं तो बूटिक शॉप या फिर चूड़ी , कढ़ाई -बुनाई , रेसिपी ये सारे ऑप्शन बिलकुल बचेंगे या फिर कहीं कंपनी में एंट्री ऑपरेटर का काम !
नहीं तो करना क्या है घर वालो ने दहेज़ के लिए 1-1 पैसे तो जोड़ करके इकठा करके ही रखा है न !
मैं यह नही कहता कि ये सब काम छोटे है, लेकिन जब आपके पास कुछ अच्छा और इन सबसे बड़ा करने का मौका है तो हम बड़ा क्यों नही करेंगे?
और एक चीज़ बताऊँ तब आप उस उम्र में ये सरे काम बिलकुल करेंगे ...क्यों ?
क्योंकि आप इतने समझदार हो चुके होंगे न आपके दिलो दिमाग में बैठ जायेगा कि" कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता है " !
प्रैक्टिकल बात बता रहा हूँ !
मुझे एक बात बताइये जरा , अभी आप अपने जिन दोस्तों के साथ हसी मजाक , उठते बैठते , उनके घर आते जाते हैं ,
आज से 10 साल बाद अगर ऐसे ही रहे तो तो क्या उनके सामने खड़े हो पाएंगे आप ?
कहीं रास्ते में अपने किसी पुराने यार दोस्त से टकरा गए तो आपसे पहला सवाल " और यार क्या कर रहे हो आज कल ? "
इस सवाल का जवाब क्या होगा उस समय आपका ?
कुछ सोच रखा है ?
अरे सब छोड़ो आपका खुद का परिवार होगा , Wife होगी बच्चे होंगे , future planning के नाम पर कौन सी जमा पूँजी होगी आपके पास जरा बताइये ?
बीवी अलग से बात बात पर बेइज्जती करेगी ही और बच्चो से जब स्कूल में introduction लिया जायेगा फिर father occupation में वो क्या बताएँगे इसका जवाब सोचा है आपने ?
कल को परिवार में मम्मी पापा भाई बहन के साथ कुछ हो गया फिर उसके लिए पैसे कहाँ से आएंगे , किसके सामने हाथ फैलाने जाओगे ?
इसका कुछ सोचा है ? आगे शादी-विवाह और भी बहुत सारे function पड़ेंगे आपके यहाँ ! यार घर वाले सारा खर्चा कब तक उठाएंगे ?
और घर वाले भी कब तक साथ देंगे आपका ?
आज हैं वो कल नहीं रहेंगे ! मानने में तकलीफ होगी आपको लेकिन यही सच्चाई है ! फिर क्या करोगे ? सोचा है कभी ?
समय बदलते देर नहीं लगते , जो आज साथ में हैं एक पल में आपसे दूर भाग जायेंगे फिर चाहे कोई कितना करीबी ही क्यों न हो आपके या फिर आपके अंदर थोड़ी बहुत खुद्दारी बची होगी तो आप खुद ही उनसे नज़र मिलाने नहीं जाओगे !
आपका पढाई में अभी मन नहीं लगता न ?
तो आपका future क्या होगा वो भी जो ऊपर बताया है उसी में से एक रखा है !
इसलिए समझा रहा हूँ अभी जब तक आपकी age है पढ़ लो यार अभी 1-2 साल शरीर - दिमाग को कष्ट दे दो ,
ये कष्ट ही आपके लिए एक ऐसा Invest है जो आपकी पूरी जिंदगी भर साथ देगा !
ये chatting , whats app बाजी , phone call बाजी , घुमक्कड़बाज़ी , गर्लफ्रेंड- बॉयफ्रेंड बाजी और जो भी आपकी लापरवाही हैं वो अभी आपको बहुत अच्छी लगेंगी लेकिन कुछ साल बाद ही इसमें से एक भी आपका साथ देने नहीं आएगा !
आपने गौर किया होगा जब भी आपके घर वाले कहीं कपड़ा या सब्जी या बिस्कुट नमकीन की दूकान पर जाते तो मोलभाव करते , आपको तो बस यही लगता दुकान वाला ज्यादा पैसे न ले ले , लेकिन ऐसा नहीं है यार , वो लोग इन्ही छोटी छोटी बचत से आपका खर्चा चलाते हैं !
उनके 1-1 पैसे में उनका पसीने की मेहनत लगी होती है और वही पैसा बेकार न चला जाए उसके लिए ही आप लोग अब सुधर जाओ !
अब समझ गए हो तो ये सारी चीज़े छोड़ करके केवल और केवल पढ़ाई करिये ,
ये मेहनत आप मेरे लिए या किसी और के लिए नहीं बल्कि खुद की जिंदगी बनाने के लिए करेंगे इस से आपका ही future बनेगा , किसी और का नहीं !
और मेहनत कैसे नहीं होगा यार ?
इस कड़कड़ाती धुप में एक बूढ़ा किसान सुबह से शाम तक आपको खेतो में गेहूं काटते नज़र आ जायेगा ,
एक मजदूर दिन भर छत पर ढलाई करते नज़र आएगा ,
एक रिक्शे वाला दोपहरिया भर रिक्शा चलाते नज़र आ जायेगा , सब्जी वाला दिन भर ठेला लगाते नज़र आ जायेगा !
फिर आपकी condition तो इन सबसे बहुत अच्छी है मेरे दोस्त !
रूम , पंखा , कूलर , बिजली , बत्ती , कुर्सी मेंज , बेड सब कुछ तो मिला है आपको !
जब तक घर वाले किसी चीज़ चीज़ में कमी नहीं होने दे रहे तब तक इन मजदूरों से भी ज्यादा मेहनत करके दिखाइए आप !
देखिये फिर Selection कैसे नहीं होता है !
ध्यान रहे , आपकी ये लापरवाही सिर्फ आप पर नहीं आपके साथ आपके अपनों पर काफी भारी पड़ सकती है ,
उन तमाम परिवार - दोस्तों - रिश्तेदारों की एकलौती उम्मीद आप हो , इस उम्मीद को ऐसे ही मत टूटने बिखरने दो !
मेरा आशीर्वाद हमेशा आपलोगो के साथ है।
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