दक्षिण पश्चिम एशिया की प्राकृतिक वनस्पति
* दक्षिण पश्चिम एशिया के एक बड़े क्षेत्र में वर्षपर्यत्न शुष्कता व ऊंचे तापमान रहते हैं जलवायु के यही दो तत्व प्राकृतिक वनस्पति पर अपना गहरा प्रभाव डालते हैं
* दक्षिण पश्चिम एशिया का दक्षिणी भाग प्रायः वनस्पति विहीन है यदि थोड़ी बहुत वधस्पति मिलती भी है तो वह छोटी-छोटी घासों तथा छोटे-छोटे झाड़ीनुमा पौधे के रूप में
* दक्षिण पश्चिम एशिया के केवल उत्तरी भाग में वर्षा एवं नमी पर्याप्त है अतः इन क्षेत्रों में विस्तृत वन देखने को मिलते हैं
* यद्यपि दक्षिण पश्चिम एशिया में वनस्पति की कमी है लेकिन यहां जो भी वनस्पति है उसमें अत्यधिक विषमता मिलती है
* प्राकृतिक वनस्पति की विषमता के आधार पर दक्षिण पश्चिम एशिया में निम्न पांच प्रकार के वनस्पति समूह मिलते हैं
> मरुस्थलीय वनस्पति
> स्टेपी या ईरानी तुल्य घास के मैदान
> भूमध्यसागरीय वनस्पति
> नदीन वनस्पति
> पर्वतीय वनस्पति
* अधिकांश अरब प्रायद्वीप भाग (यमन के दक्षिणी पश्चिमी भागों को छोड़कर) दक्षिण पश्चिमी इराक, ईरान के मध्यवर्ती, दक्षिणी एवं दक्षिणी पूर्वी भाग, अफगानिस्तान के दक्षिणी भागों में एवं जॉर्डन तथा सीरिया के दक्षिणी भागों में मरुस्थलीय वनस्पति की उपस्थिति मिलती है
* ईरान के अधिकांश भाग (दक्षिणी मध्यवर्ती एवं उच्च पर्वतीय भागों को छोड़कर) अफगानिस्तान के अधिकांश भाग (दक्षिणी एवं उत्तर के पर्वतीय भागों को छोड़कर) उत्तरी इराक, मध्यवर्ती सीरिया, जॉर्डन तथा इजराइल के पठारी भाग एवं तुर्की के अधिकांश भाग तथा पूर्वी पर्वतीय भाग में स्टेपी या ईरानी तुल्य घास के मैदान मिलते हैं
* भूमध्यसागरीय वनस्पति दक्षिण पश्चिम एशिया के उस छोटे से क्षेत्र में मिलती है जहां वास्तविक रूप से भूमध्यसागरीय जलवायु का प्रभाव है इजरायल लेबनान सीरिया जॉर्डन के भूमध्यसागरीय तटीय क्षेत्रों एवं उनके निकटवर्ती क्षेत्रों में तथा पश्चिमी तुर्की एवं दक्षिणी तुर्की में भूमध्यसागरीय वनस्पति का अस्तित्व प्रमुख रूप से मिलता है
* नदीन वनस्पति दजला फरात के निम्नवर्ती अपवाह क्षेत्र में मिलती है इस प्रकार के दलदली क्षेत्र में खजूर के वृक्ष बहुतायत से पाए जाते हैं
* दक्षिण पश्चिम एशिया के उत्तरी भागों में पूर्व पश्चिम दिशा में विस्तृत वलित पर्वतीय भागो (टारस, पोन्टस, जेग्रोस, आरमीनिया, एलबुर्ज तथा हिंदुकुश) के उच्च भागों पर पर्वतीय वनस्पति का विस्तार मिलता है
No comments:
Post a Comment